scriptसमर्थन मूल्य खरीदी मामला…शून्य मैसेज वालों किसानों के पंजीयन संशोधित | Support Price Purchase Matters ... | Patrika News
रतलाम

समर्थन मूल्य खरीदी मामला…शून्य मैसेज वालों किसानों के पंजीयन संशोधित

भावांतर में १९ हजार से अधिक पंजीयन, ग्राम सभा में भावांतर के ऑफ लाइन ८ हजार से अधिक पंजीयन

रतलामMar 22, 2018 / 10:03 pm

harinath dwivedi

patrika
रतलाम। समर्थन मुल्य पर गेहूं खरीदी के दौरान किसानों के पास आ रहे शून्य हेक्टेयर वाले मैसेज का संशोधन कार्य पंजीयन केंद्रों पर पुन: शुरू हो गया। धराड़ सोसायटी केंद्र पर पहुंचे करीब ३०० से अधिक किसानों के दस्तावेज की जांच कर पंजीयन का पुन: संशोधन किया गया। पत्रिका ने २१ मार्च को पेज नंबर १२ पर शीर्षक… किसानों की परेशानी बना ० हेक्टेयर का मैसेज…खबर प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यानाकर्षण करवाया था। जिस पर २२ मार्च से पुन: जिन किसानों के शून्य हेक्टेयर वाला मैसेज पहुंचा उनका संशोधन कार्य शुरू कर दिया।
उप संचालक कृषि जीएस मोहनिया ने बताया कि शून्य मैसेज वाले किसानों के पंजीयन का सुधार किया जा रहा है। पंजीयन केंद्र पर ही सुधार हो रहा है। किसान भाई पटवारी से रकबा लिखवाकर किसान दस्तावेज सहित पंजीयन केंद्र पर पहुंचे, उनके पंजीयन सुधारे जाएंगे। भावांतर भुगतान योजनाअन्तर्गत जिले में चना, सरसो, प्याज, लहसुन और मसूर के करीब १९ हजार ८९८ के पंजीयन हो चुके हैं। लहसुन के पंजीयन १५६० के करीब पहुंच गए है।
८ हजार से अधिक ऑफ लाइन पंजीयन एकत्रित
ऑफ लाइन जिले में ग्राम सभाएं आयोजित की गई, जिसमें करीब ८ हजार २५ के करीब ऑफ लाइन पंजीयन एकत्रित हुए है। पंजीयन की २४ मार्च अंतिम तारिख है कृषक शीघ्र से शीघ्र पंजीयन कराकर जोखिम से बच सकते हैंं। गेहूं के पंजीयन के लिए भी पोर्टल खुला है। उपसंचालक मोहनिया ने बताया कि ऑफ लाइन पंजीयन सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के माध्यम से जो ग्राम सभा में एकत्रित किए गए है, वे नजदीकी जो पंजीयन केंद्र है पर जमाकर पावती प्राप्त करे। वहां पर ऑन लाइन पंजीयन करने की जवाबदारी केंद्र संचालक की रहेगी। किसानों द्वारा समस्त दस्तावेज सहित पंजीयन केंद्रों पर पहुंचकर शीघ्र पंजीयन कराए, ताकि जोखिम से बचा जा सके।
संशोधन किया जा रहा है
धराड़ सोसायटी केंद्र प्रभारी संजयसिंह राठौड़ ने बताया कि मंडी केंद्र पर २९ ट्राली समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई। बिलपांक में ४ ट्राली। शून्य मैसेज वाले किसानों के पंजीयन का संशोधन किया जा रहा है। किसानों का राजस्व रिकार्ड नहीं मिल रहा था। पटवारी सत्यापन करके दिया जाने वाले किसान पूरे दस्तावेज लेकर केंद्र पर पहुंच रहा है उसका संशोधन कर सुधार किया गया। दिन भर में करीब ३०० से अधिक किसानों को पंजीयन सुधार किया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो