रतलाम से जुड़ी खास यादें
पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ( himmat kothari ) ने रतलाम शहर से जुड़ी उनकी यादें साझा करते हुए कहा कि, सुषमा स्वराज को रतलाम शहर से खास लगाव था। वो जब भी शहर आती थीं, तो यहां के रतलामी नमकीन ( ratlami namkeen ) का स्वाद ( taste ) लेना नहीं भूलती थीं। उन्हें यहां के रतलामी नमकीन खास पसंद थे। हिम्मत कोठारी के मुताबिक, वो साल 1985 से शहर में सक्रीय थीं और लोकसभा चुनाव ( Loksabha Election ) से लेकर नगरीय निकाय ( Urban Bodies ) तक के चुनावी मौकों पर शहर में सक्रीय भूमिका में नज़र आईं। हालांकि, हालही में हुए विधानसभा और लोकसभा के चुनावों के दौरान स्वास्थ ठीक ना होने के कारण वो चुनावी प्रचार में शामिल नही हो पाईं थीं।
एमपी की सियासत में इस तरह हुई थी एंट्री
सुषमा स्वराज 2006 में मध्य प्रदेश से राज्यसभा में तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुईं। प्रत्यक्ष रूप से उन्होंने 2009 में उन्होंने मध्य प्रदेश के विदिशा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं और लोकसभा में विपक्ष की नेता बनी। 2014 में भाजपा ने फिर से उन्हें विदिशा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा और उन्होंने फिर से यहां से जीत दर्ज की। उसके बाद वह मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनीं।
चंडीगढ़ में हुआ था जन्म
सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 में चंडीगढ़ में हुआ था। वर्ष 2009 में भारत की भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही हैं। वे सन 2009 के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं।