भोपाल से आया स्वाइन फ्लू स्वाइन फ्लू से मृत व्यक्ति की ट्रेवल हिस्ट्री मिली है। बरखेड़ी का ३० वर्षीय अशोक प्रजापति किसी काम से ७ सितंबर को भोपाल गया था। वहां सर्दी-जुकाम की शिकायत शुरू हो गई। अगले दिन लौटकर आया और ९ सितंबर को स्थानीय डॉक्टर से इलाज करवाया। १० सितंबर को थोड़ा ठीक लगा किंतु १२ सितंबर को मंदसौर के एक निजी अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचा। यहां हुए इलाज के दौरान सीने में कुछ सिमटम दिखने पर उदयपुर रैफर कर दिया। उदयपुर के गीतांजलि अस्पताल में इलाज हुआ किंतु यहां भी फर्क नहीं पडने पर अशोक १४ सितंबर को अहमदाबाद के राजस्थान अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुआ। इलाज के दौरान १८ सितंबर की शाम पांच बजे उसकी मौत हो गई। १९ सितंबर को परिजन पैतृक गांव शव लेकर आए और अंतिम संस्कार कर दिया।
स्वाइन फ्लू के लक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ. प्रमोद के अनुसार ये भी मौसमी फ्लू के समान ही हैं। इससे पीडि़त व्यक्ति को खांसी, बुखार, गले में खराश, नाक बहती है, शरीर मैं दर्द, सरदर्द, ठंड लगना, थकान होना लक्षण हैं। नियमित फ्लू की तरहस स्वाइन फ्लू से निमोनिया, फेफड़ों के संक्रमण और अन्य श्वास की समस्याओं सहित अधिक गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यह मधुमेह या अस्थमा जैसी बीमारी को और भी खराब कर सकता है।
स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई बरखेड़ी के अशोक प्रजापति नामक व्यक्ति की स्वाइन फ्लू की मौत हुई। गांव में संबंधित व्यक्ति के घर और आसपास सर्वे करवा दिया गया है। किसी अन्य को इस तरह के कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए।
डॉ. प्रभाकर ननावरे, सीएमएचओ, रतलाम