रहवासियों का कहना था कि सांड अब भी इस क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं जिन्हें पकडऩे की बजाय निगम के कर्मचारी बंधी हुई गायों को ले जाकर क्या दिखाना चाह रहे हैं। रहवासी सोमेश वर्मा ने बताया लोगों की शिकायत को निगम के कर्मचारी किस तरह निराकृत करते हैं यह मंगलवार को सामने आ गया। रहवासियों ने विरोध किया तो उन्हें ही पुलिस प्रकरण की धमकी दी जाने लगी। वर्मा ने बताया कि पूरे शहर में सांड और आवारा पशु विचरण कर रहे हैं उन्हें पकडऩे की बजाय जहां शिकायत होती है वहां भी नाम मात्र की कार्रवाई की जा रही है। मंगलवार को दीनदयालनगर में निगम की टीम आने के दौरान भी बड़ी संख्या में आवारा सांड मौजूद थे बावजूद इसके टीम ने खंूटे पर बंधी गाय को पकड़ा जो यह दर्शाता है कि केवल खानापूर्ति की जा रही है।
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आम लोग सहयोग करे
आम लोग आवारा पशुओं को पकडऩे में सहयोग करे। जहां तक सांड का सवाल है तो आम लोग भी इन्हें पकडऩे नहीं देते हैं और पकड़ लिया जाए तो फिर इन्हें गोशाला में नहीं रखा जा सकता है। सांड को रखने की समस्या होने से इन्हें पकडऩे से निगम अमला बचता है। मुझे जहां तक जानकारी मिली है उसके अनुसार खूंटे पर बंधी गाय को नहीं पकड़ा गया वरन आवारा विचरण कर रही थी।
एपी सिंह, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम
आम लोग आवारा पशुओं को पकडऩे में सहयोग करे। जहां तक सांड का सवाल है तो आम लोग भी इन्हें पकडऩे नहीं देते हैं और पकड़ लिया जाए तो फिर इन्हें गोशाला में नहीं रखा जा सकता है। सांड को रखने की समस्या होने से इन्हें पकडऩे से निगम अमला बचता है। मुझे जहां तक जानकारी मिली है उसके अनुसार खूंटे पर बंधी गाय को नहीं पकड़ा गया वरन आवारा विचरण कर रही थी।
एपी सिंह, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम