– मुलाकात का समय खत्म होने पर रोका, बदमाशों ने की मारपीट – आरोपी बजरंग दल पदाधिकारी कपिल राठौर की हत्या के मामले में हैं बंद
रतलाम. जिला जेल में मुलाकात का समय खत्म होने के बाद रोकने पर बंदियों के बीच विवाद व मारपीट का मामला सामने आया है। चार बंदियों ने रोकने वाले एक सजायफ्ता कैदी के साथ लात-घूसों से जमकर मारपीट की। हालांकि घटना के बाद जेल प्रशासन ने मारपीट होने से साफ इनकार कर दिया, लेकिन देरशाम को गुजरात के बंदी का वीडियो वायरल हो गया। इसमें वह मारपीट की घटना बता रहा है, जबकि जेल प्रशासन का कहना है कि मामूली विवाद था, इसे समय रहते सुलझा लिया गया था।
जिला जेल रतलाम के जेलर सलीम खान ने बताया कि शाम करीब सवा चार बजे कैदियों की मुलाकात का समय था। इस दौरान कपिल राठौर हत्याकांड में आरोपी मुसैफ मुलाकात हाल में परिजनों से बातचीत कर रहा था। समय पूरा होने पर सजायफ्ता बंदी बड़ोदिया निवासी घनश्याम कसेरा पिता दिनेशचंद कसेरा ने उन्हें हटने के लिए कहा। इस पर मुसैफ और उसके साथियों ने विवाद कर लिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाया। घटना की सूचना पर जेल में बंद घनश्याम का भाई गोपाल व परिजन सहित हिन्दू संगठन के नेता जेल पहुंच गए। उन्होंने घनश्याम से मिलने के लिए जेलर पर दबाव बनाया। मुलाकात का समय खत्म होने पर सोमवार को मुलाकात कराने की बात कही गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान बंदियों के बीच जमकर मारपीट भी हुई, लेकिन जेलर खान का कहना है कि किसी तरह की मारपीट की घटना नहीं हुई।
भाई की चिंता जताई कैदी घनश्याम केसरा के भाई गोपाल कसेरा ने पत्रिका को बताया कि उन्हें नगरा से सूचना मिली थी कि उसके भाई के साथ जेल में आरोपी युवकों ने मारपीट की है। इस पर परिजनों के साथ जेल पहुंचे थे। जहां जेलर ने मुलाकात नहीं कराई। उन्हें भाई की सुरक्षा की चिंता है। पूर्व में भी आरोपी गवाह को धमका चुके हैं। एेसे आरोपियों को इंदौर सेंट्रल जेल भेजा जाना चाहिए है। इसके लिए कलेक्टर से मिलेंगे।
वीडियो में बंदी ने बताया मारपीट हुई जेल में विवाद की घटना के बाद एक वीडियो वायरल हो गया। इसमें जेल से छुटकर बाहर आए एक गुजरात के बंदी का कहना है कि जेल में मारपीट की घटना हुई है। मैने देखा कि घनश्याम के साथ मुसैफ और उसके साथियों ने लात-घूंसों से मारपीट की गई है। घनश्याम ने मुसैफ को रोका तो उसे पीटा गया। हालांकि जेलर सलीम खान ने विवाद की बात को स्वीकारा है, लेकिन मारपीट की बात को खारिज कर दिया है।
खूखांर हैं चारों आरोपी 27 सितंबर 2014 को कांग्रेस नेत्री यास्मीन शैरानी पर बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने निगम परिसर में फायर किया था। इसके बाद बजरंग दल के पदाधिकारी की दुकान पर फायर करते हुए दुकान मालिक कपिल राठौर पर भी फायर किए गए थे। बचाव करने के लिए आए नौकर पुखराज और बड़े भाई विक्रम उर्फ दीपू पर फायर किए गए थे। नौकर पर भी धारदार हथियार से वार किया था। इसके बाद उपचार के दौरान कपिल और नौकर पुखराज की मौत हो गई। जबकि घायल विक्रम को इंदौर रैफर कर दिया गया था।
(पत्रिका के पास वीडियो उपलब्ध है, देखे पत्रिका डॉट काम व पत्रिका रतलाम फेसबुक पेज पर)