भारतीय स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक (रासमेक) एस कोंडल राव के अनुसार बैंक की आधार दर में कटौती ग्राहकों के लिए बहुत बड़ा कदम है। यह आधार दर कटौती 1 अप्रैल 2016 के पहले के उपभोक्ताओं पर लागू होगा। हालांकि यह दर उन उपभोक्ताओं के लिए भी नहीं होगी जिन्होंने वर्तमान में चल रही एमसएलआर दर पर अपना ऋण परिवर्तित नहीं करवाया है। 1 अप्रैल 2016 के बाद ऋण लेने वालों को इस योजना या कटौती का लाभ नहीं मिलेगा। जिन्होंने अपना ऋण परिवर्तित करवा लिया है उन्हें काफी फायदा पहुंचने वाला है। बैंक की आधार दर बहुत बड़ा कदम होता है। इसी आधार पर ऋण की दरें और बैंक ब्याज दरों की गणना होती है।
सभी बैंकों का अपनी आधार दरें सभी बैंकों की अपनी-अपनी आधार दरें होती है। भारतीय रिजर्व बैंक ने आधार दर में कटौती या बढ़ोतरी के लिए बैंकों को स्वयं निर्णय लेने की छूट दे रखी है। लीड बैंक मैनेजर (एलडीएम) केके सक्सेना बताते हैं कि सभी बैंकें स्वतंत्र रूप से इसमें कटौती या बढ़ोतरी कर सकती है। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने छूट दे रखी है। आधार दर में कटौती भारतीय स्टेट बैंक ने की है। दूसरी बैंकों की इच्छा पर निर्भर है कि वे भी कटौती करे या नहीं। मुझे लगता है भारतीय स्टेट बैंक जैसी देश की सबसे बड़ी बैंक ने यह कदम उठाया तो निश्चित रूप से दूसरी बैंकों को भी इनका अनुसरण करना पड़ेगा और ग्राहकों को सुविधाएं देना पड़ेगी। सभी बैंकों की आधार दर अलग-अलग होती है यह भी तय है।
यह होगा ग्राहकों को फायदा (प्रतिमाह) ऋण अवधि ———- पांच लाख —— 10 लाख ———- 15 लाख ——– 20 लाख पांच वर्ष ———— 73 रुपए ——- 146 रुपए ——– 218 रुपए ——- 291 रुपए 10 साल ———- 81 रुपए ——- 162 रुपए ——– 242 रुपए ——- 324 रुपए
15 साल ———- 89 रुपए ——– 177 रुपए ——- 266 रुपए ——– 354 रुपए २० साल ——— 96 रुपए ——– 192 रुपए —— 287 रुपए ——– 384 रुपए