scriptमानसून की पहली बारिश ने छीना बूढ़े माता-पिता व बच्चों का सहारा | The first rain of monsoon has helped the old parents and children | Patrika News

मानसून की पहली बारिश ने छीना बूढ़े माता-पिता व बच्चों का सहारा

locationरतलामPublished: Jul 01, 2019 01:53:18 pm

Submitted by:

sachin trivedi

माता-पिता का साया उठने से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
 

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रतलाम. मानसून की पहली बारिश ने समीपस्थ ग्राम लूनी में बूढ़े माता-पिता व बच्चों का सहारा छीन लिया है। रविवार को हुई झमाझम बारिश में नाले में बहने से पति-पत्नी की मौत हो गई है। पुलिस व गोताखोरों ने सोमवार नाले में उतरकर काफी मशक्कत के बाद दोनों की लाश को निकाला। अपने बहू-बेटे की मौत से बुर्जुग माता-पिता व माता-पिता का साया उठने से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से गांव का माहौल गमगीन हो गया। मृतक के पिता रामेश्वर मोदी (68 वर्ष) ने बताया कि रविवार के सुबह खेत पर कांटे साफ करने के लिए पुत्र भंवरलाल (34 वर्ष) व बहू गायत्रीदेवी (32 वर्ष)खेत पर गए थे। रात तक नहीं लौटे तो हमने खोजबीन की पानी अधिक गिरने के कारण खेत पर नहीं जा पाए हमने रिश्तेदारों से भी पूछताछ की लेकिन वे कहीं नहीं मिले। इस पर हमें शंका हुई खेत व घर आने के रास्ते में एक बड़ा नाला आता है। उसको पार करने में वे कहीं बह तो नहीं गए है।
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नाले के समीप एक कुल्हाड़ी मिली
इस पर सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस दल गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंचे तो नाले के समीप एक कुल्हाड़ी मिली। इससे यह तय हो गया कि वे दोनों नाले में बह गए हैं। इस पर पुलिस ग्रामीणों व गोताखोरों ने उनकी खोजबीन शुरू की। काफी मशक्कत के बाद दोनों की लाश नाले से निकाली। दोनों को शव बाहर आते ही वृद्ध माता रामकुंवर बाई बेहोश हो गई। गांव का माहौल गमगीन हो गया। पुलिस ने दोनों के शव पीएम के किए खारवाकलां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाए। जहां पर पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए।
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बुजुर्ग माता-पिता का इकलौता बेटा था भंवरलाल
लूनी निवासी रामेश्वर मोदी के भंवरलाल इकलौता बेटा था। इस हादसे ने उनके बुढ़ापे की लाठी व बेटे-बेटी के सिर से माता पिता का साया छीन लिया है। इसके आठ वर्षीय लडक़े व छह वर्षीय लडक़ी की पालन पोषण की जिम्मेदारी इन बूढ़े कंधों पर आ गई है।
रोड निर्माण कंपनी ने खोद दिए थे गड्ढे
इस नाले पर सडक़ निर्माण कंपनी ने सडक़ निर्माण शुरू किया था। इसके लिए उन्होंने मिट्टी के लिए नाले में बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए थे। उन गड्ढों में दोनों के डूबने से मौत हो गई। शव निकालने में परेशानी हुई। एसआई दुलेसिंह डावर (65 वर्ष) ने 20 फीट गहरे पानी से भंवर का शव निकाला।
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