scriptव्यापारियों ने लिखा पत्र…रतलाम मंडी में बंद कराए दो नंबर का व्यापार | the number two business closed in Ratlam Mandi | Patrika News

व्यापारियों ने लिखा पत्र…रतलाम मंडी में बंद कराए दो नंबर का व्यापार

locationरतलामPublished: Apr 08, 2019 10:23:54 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

व्यापारियों ने लिखा पत्र…रतलाम मंडी में बंद कराए दो नंबर का व्यापार

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व्यापारियों ने लिखा पत्र…रतलाम मंडी में बंद कराए दो नंबर का व्यापार

रतलाम। शहर की ए ग्रेड मंडी में दो नंबर के व्यापार से अब व्यापारी भी तंग आ चुके हैं, हाल यह है कि आए दिन हो रहे धंधे में नुकसान को देखते हुए, मंडी के ही व्यापारियों ने मंडी के कर्मचारियों को पर आरोप लगाते हुए भारसाधक अधिकारी को लिखित में पत्र देकर मंडी परिसर में खुलेआम हो रहे दो नंबर के व्यापार को बंद कराने की मांग कर डाली।
ऐसा इसलिए हुए कि रतलाम के सैलाना बस स्टैंड थोक लहसन-प्याज व्यापारियों को साफ-सफाई, माल तुलवाकर रखने एवं मंडी में दो नंबर व्यापारियों से भारी अव्यवस्था के बीच परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल यह है कि कृषक जो अपना माल बैचने आता है, वह थोड़ा-थोड़ा लाकर ढेर लगाता है। उनको कुछ लोगों द्वारा घेर कर कम भाव में डरा धमकाकर माल खरीद लेते हैं। वहीं माल सरकारी नीलामी में उत्पादक कृषकों के नाम पर हल्का और ऊंचा माल मिलाकर बेचते हैंं, जिससे विवाद की स्थिति बनती रहती है। इस पर ध्यान देकर मंडी की व्यवस्था में सुधार करवाए।
तुलावटी-हम्माली करने वालों के बना रहे लाइसेंस
यह बात कृषि उपज मंडी भारसाधक अधिकारी राहुल घोटे और सचिव एमएल बारसे को पत्र लिखकर रतलाम मिर्ची-लहसुन व्यापारी संघ की और से की गई है। अध्यक्ष मोतीलाल बाफना ने बताया कि जब से मंडी प्रारंभ हुई है, व्यापारियों के लाइसेंस संस्था के माध्यम से बनकर योग्य व्यापारियों का चयन किया जाकर दिया जा रहा था, लेकिन अब आए दिन तुलावटी-हम्माली करने वाले लोगों के लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं और इनकी आड़ में दो नंबर का व्यापार भी करने वाला गिरोह बन गया है। जिस पर मंडी प्रशासन के ध्यान में होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
ताकि क्वालिटी माल पूरे देश में भिजवाएं…
लहसुन-प्याज व्यापारियों के पास माल-तुलवाकर रखवाने के लिए कोई स्थान नहीं है, अन्य मंडियों की भांति ऐसा कोई स्थान भी नहीं दिया, जिस पर मशीन से क्वालिटी बनाकर व्यापारी माल को पूरे देश में भिजवाकर उत्पादक कृषकों को और भी अच्छे दाम दिलवा सकता है। व्यापारियों ने कहा कि अगर उन्हे सुविधा मिलती है तो मंडी प्रशासन को पूर्ण सहयोग करने को तैयार है, मंडी इंजीनियर से भी निवेदन है कि वे अपनी पक्षपात पूर्ण कार्यप्रणाली समाप्त करे और व्यापारियों को सुविधा चर्चा कर दिलवाने का प्रयास करे, नियमों की आड़ में परेशान न करे।
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