यह बात कृषि उपज मंडी भारसाधक अधिकारी राहुल घोटे और सचिव एमएल बारसे को पत्र लिखकर रतलाम मिर्ची-लहसुन व्यापारी संघ की और से की गई है। अध्यक्ष मोतीलाल बाफना ने बताया कि जब से मंडी प्रारंभ हुई है, व्यापारियों के लाइसेंस संस्था के माध्यम से बनकर योग्य व्यापारियों का चयन किया जाकर दिया जा रहा था, लेकिन अब आए दिन तुलावटी-हम्माली करने वाले लोगों के लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं और इनकी आड़ में दो नंबर का व्यापार भी करने वाला गिरोह बन गया है। जिस पर मंडी प्रशासन के ध्यान में होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
लहसुन-प्याज व्यापारियों के पास माल-तुलवाकर रखवाने के लिए कोई स्थान नहीं है, अन्य मंडियों की भांति ऐसा कोई स्थान भी नहीं दिया, जिस पर मशीन से क्वालिटी बनाकर व्यापारी माल को पूरे देश में भिजवाकर उत्पादक कृषकों को और भी अच्छे दाम दिलवा सकता है। व्यापारियों ने कहा कि अगर उन्हे सुविधा मिलती है तो मंडी प्रशासन को पूर्ण सहयोग करने को तैयार है, मंडी इंजीनियर से भी निवेदन है कि वे अपनी पक्षपात पूर्ण कार्यप्रणाली समाप्त करे और व्यापारियों को सुविधा चर्चा कर दिलवाने का प्रयास करे, नियमों की आड़ में परेशान न करे।