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सरकार के इस आदेश से बिजली कंपनी के उड़े होश

locationरतलामPublished: Aug 19, 2019 11:47:09 pm

Submitted by:

sachin trivedi

सितंबर माह में दो टैरिफ से जुड़ा मिलेगा बिजली बिल, बिजली कंपनी कर्मचारियों को करना पड़ रही मशक्कत
 

Digital meter

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रतलाम. उपभोक्ताओं पर बिजली का भार डालने के बाद बिजली कंपनियों को नए टैरिफ को लागू करने की व्यवस्था ने तगड़ा झटका दे दिया है। अगस्त माह में नया टैरिफ लागू किया जाना है, लेकिन इसकी अवधि को लेकर अब भी असमंजस है। एक सर्कुलर में नया टैरिफ 17 अगस्त से प्रभावी बताया गया है, जबकि बिजली बिलों के लिए यूनिट की गणना एक तारीख से शुरू हो जाती है, ऐसे मेें माह के शुरूआती दिनों में पुराना टैरिफ ही लागू रहेगा। यह होने पर सितंबर के बिल दो टैरिफ की गणना के आधार तैयार होंगे, इसकी तैयारी कंपनी ने शुरू कर दी है, लेकिन बिजली उपभोग की गणना ने कंपनी को उलझा दिया है।
आधा बिल पुराने टैरिफ से व आधा बिल नए टैरिफ से
बिजली के नियामक आयोग द्वारा तय की गई नई बिजली दरों को 17 अगस्त से लागू करने का फरमान जारी कर दिया गया है, लेकिन अभी तक कंपनियों ने साफ्टवेयर में बदलाव नहीं किया है। नई टैरिफ को लागू करने के मामले में स्थानीय स्तर पर बिजली कंपनी के अधिकारियों को किसी प्रकार के निर्देश भी नहीं मिले हैं। इसके चलते सितंबर माह में उपभोक्ताओं को आधा बिल पुराने टैरिफ से व आधा बिल नए टैरिफ से जुड़ा मिलेगा। इस स्थिति से बिजली कंपनी के कर्मचारियों को भी मशक्कत करना पड़ रही है।
50 से अधिक यूनिट के बाद से प्रति यूनिट 10 पैसे की बढ़ोत्तरी
बिजली कंपनियों ने नई टैरिफ लागू करने के लिए तारीख तय कर दी है, लेकिन इसको लेकर अभी तैयारी शुरू हुई है। ऐसे में अगले माह बिल जारी करने के लिए दो टैरिफ से बिजली बिल तैयार करना है। ये बिल लोगों तक सही समय पर पहुंच पाएंगे इसमें संशय पैदा हो रहा है। इस मामले मेें कंपनी के जिम्मेदारों का कहना है कि हमारे पास अभी तक किसी प्रकार की जानकारी नहीं आई है। जिले में चार लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। इस बार आयोग ने 50 से अधिक यूनिट के बाद से प्रति यूनिट 10 पैसे की बढ़ोत्तरी की है। इसके साथ ही फिक्स चार्ज में बढ़ोत्तरी कर दी है। इसके चलते इसका यह भार हर वर्ग के उपभोक्ता पर पड़ेगा। इधर कंपनी साफ्टवेयर में बदलाव कर रही है। ऐसे में सितंबर माह में जारी होने वाले बिजली बिल के वितरण में देरी की संभावना जताई जा रही है।
इस तरह एक माह में दो-दो टैरिफ
बिजली कंपनियों ने 17 अगस्त से नई बिजली दरें लागू करने का फरमान जारी कर दिया है। इसके चलते अगस्त माह के पहले 16 दिनों की यूनिट खपत को पुरानी दर से व इसके बाद के 15 दिनों के यूनिट खपत नई टैरिफ के अनुसार जोडऩा पड़ेगी। इसके लिए बिजली कंपनी के कर्मचारियों को मशक्कत करना पड़ेगी, क्योंकि पूरे माह की रिडिंग तो एक ही बार आती है। वह भी दो भाग में अलग-अलग तारीखों में ली जाती है।

ऐसे बन सकता है सितंबर का बिजली बिल
जानकारों से मिली जानकारी के अनुसार जिस तारीख को रीडिंग हुई है। उस तारीख के अनुसार खपत की गई बिजली पर नई व पुरानी टैरिफ का बिजली बिल बनेगा। पूरे माह की खपत को प्रतिदिन की औसत खपत निकाल कर उसके अनुसार नई व पुरानी टैरिफ के अनुसार बिजली बिल बन सकता है। इसमें जिस तारीख को रीडिंग ली गई है उस तारीख के अनुसार बिजली खपत के दिनों की गणना की जाएगी। उस हिसाब से पुरानी व नई टैरिफ की गणना की जाएगी। यह कार्य साफ्टवेयर में यूनिट अपलोड करने के बाद वह स्वयं अलग-अलग वैरिफिकेशन कर देगा। रीडिंग के बाद की खपत अगले माह के बिल में जुड़ जाएगी।
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