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भाजपा चुनाव प्रबंधक समिति की बैठक में चुनाव जीतने की बनी रणनीति

locationरतलामPublished: Aug 11, 2018 05:41:30 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

संभागीय संगठन मंत्री से लेकर चुनाव प्रभारी रहे मौजूद

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भाजपा चुनाव प्रबंधक समिति की बैठक में चुनाव जीतने की बनी रणनीति

रतलाम. भाजपा की जीत का बड़ा आधार बूथ पर मजबूती रही है। अगर इस बार भी बूथ मजबूत है, तो पार्टी के प्रत्योशियों की जात तय है। ये बात शुक्रवार को भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी ने कही। बैठक में समिति के संभागीय प्रभारी शील लश्करी भी विशेष रुप से रहे। बैठक में विधानसभा चुनाव में जीत के फार्मूले पर लंबी बात हुई।

चुनाव प्रभारी लश्करी ने कहा कि प्रदेश में हमेशा इस प्रकार की नियुक्ति के मामले में व नियुक्ति के बाद बेहतर कार्य में उज्जैन संभाग बेहतर रहा है। जिलाध्यक्ष कानसिंह चौहान ने कहा की चुनाव प्रक्रिया के जो कार्य प्रदेष नेतृत्व ने दिए है उसे हम सब को मिलकर पुरा करना है। प्रत्येक कार्यकर्ता को 20 अगस्त तक इस कार्य को करवाना होगा। ये ध्यान रहे कि एक भी नया कार्यकर्ता शेष न रह जाए। 15 अगस्त से 21 अगस्त तक बूथ पर गौरव पर्व का आयोजन किया जाए।

संभागीय संगठन मंत्री जोशी ने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न सोशल मीडिया के गु्रप बनाए जाएंगे। पार्टी के बारे में, विभिन्न आयोजन के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। नमो एप से जुडऩे के लिए भी बैठक में चर्चा हुई। जिला चुनाव प्रबंधन प्रभारी विष्णु त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष क्रंाति जोशी, प्रदीप जोशी, बलवंत जोशी, प्रदीप चौधरी, सुनील भावसार, देवेंद्र शर्मा, अनुज शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।
स्टार रेटिंग में महापौर का दांव, काम शुरू करो तभी मिलेगी एमआईसी की कंसर्न
रतलाम. स्वच्छ शहरों के लिए शुरू हुई स्टार रेटिंग की व्यवस्था में मेयर इन काउंसलिंग (एमआईसी) की स्वीकृति की अनिवार्यता को लेकर महापौर डॉ. सुनीता यार्दे के हाथ में बड़ा दाव लगा है। महापौर डॉ. यार्दे ने अपनी मर्जी साफ कर दी है कि जब तक बड़े काम शुरू नहीं होते हैं तब तक स्टार रेटिंग के लिए एमआईसी से स्वीकृति नहीं मिलेगी।

स्वच्छता को लेकर पिछले महीनों में चले अभियान में पूरे देश में जनसंख्या के हिसाब से शहरों की ग्रेडिंग की गई थी। यह समय विशेष के लिए चले अभियान से तय हुआ था किंतु अब स्टार रेटिंग से शहर की स्वच्छता को मापा जाएगा। यानि स्वच्छता की रेटिंग पूरे साल चलने वाली सफाई को लेकर आंकी जाएगी। इसमें एक से लेकर सात स्टार तक की रेटिंग शहरों को दी जाएगी। इन स्टार से तय होगा कि किस शहर में कितनी स्वच्छता है।
स्टार रेटिंग में ३६५ दिन स्वच्छता को अभियान के तौर पर लेना होगा। इसमें साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन, निष्पादन, गिला और सूखा कचरा, कचरे का उपयोग सहित तमाम बिंदुओं को देखा जाएगा। किसी समय किसी शहर की रेटिंग कम स्टार की होने पर आगामी महीनों में वह शहर और उसकी बाडी अपने यहां ज्यादा संसाधन जुटाकर ज्यादा स्टार के लिए दावेदारी भी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पुख्ता सबूत भी प्रस्तुत करना पड़ेगा।
स्टार रेटिंग में एमआईसी की स्वीकृति जरूरी है। अधिकारियों से कह दिया कि बंद, अधूरे या शुरू नहीं किए कार्यों को शुरू करे क्योंकि अब इस परिषद के पास समय नहीं बचा है। विधानसभा चुनाव नजदीक है और जनता को हमें ही जवाब देना है। यदि काम शुरू नहीं होते हैं तो एमआईसी से स्टार रेटिंग के लिए दिए जाने वाले प्रस्ताव पर सोचना पड़ सकता है।
डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर
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