शहर के इन दो बड़े प्रोजेक्टों पर नजर, काम धीमा, कई आरोप
प्रोजेक्ट: सीवर लाइन
लागत: करीब 136 करोड़
अवधि: 02 वर्ष से जारी
– शहर में चल रहे सीवर लाइन प्रोजेक्ट को लेकर शुरूआत से ही विवाद चल रहा है। गुजरात की एक फर्म के जरिए हो रहे इस कार्य पर भाजपा और कांग्रेस के पार्षद कई बार आपत्ति दर्ज करा चुके है। कार्य की गति भी बेहद धीमी चल रही है। अब मार्च ३० तक कंपनी को दर्शाए मैप के अनुसार प्रगति करना है, इसकी रिपोर्ट सरकार को जाएगी।
प्रोजेक्ट: पेयजल लाइन
लागत: करीब 38 करोड़
अवधि: 02 वर्ष से जारी
– शहर में बीते दो वर्षो से जारी जलावर्धन योजना के तहत डाली जा रही पाइप लाइन का कार्य भी कभी राजस्थान तो कभी गुजरात की फर्मो के बीच झूलता रहा है। पेयजल की यूआईडीएसएसएमटी योजना में धांधली को लेकर एक बार फिर सरकार तक शिकायत पहुंची है। पाइप सप्लाई वाली फर्मो के अनुबंध तथा कार्य पर सवाल उठे है।
प्रोजेक्ट: सीवर लाइन
लागत: करीब 136 करोड़
अवधि: 02 वर्ष से जारी
– शहर में चल रहे सीवर लाइन प्रोजेक्ट को लेकर शुरूआत से ही विवाद चल रहा है। गुजरात की एक फर्म के जरिए हो रहे इस कार्य पर भाजपा और कांग्रेस के पार्षद कई बार आपत्ति दर्ज करा चुके है। कार्य की गति भी बेहद धीमी चल रही है। अब मार्च ३० तक कंपनी को दर्शाए मैप के अनुसार प्रगति करना है, इसकी रिपोर्ट सरकार को जाएगी।
प्रोजेक्ट: पेयजल लाइन
लागत: करीब 38 करोड़
अवधि: 02 वर्ष से जारी
– शहर में बीते दो वर्षो से जारी जलावर्धन योजना के तहत डाली जा रही पाइप लाइन का कार्य भी कभी राजस्थान तो कभी गुजरात की फर्मो के बीच झूलता रहा है। पेयजल की यूआईडीएसएसएमटी योजना में धांधली को लेकर एक बार फिर सरकार तक शिकायत पहुंची है। पाइप सप्लाई वाली फर्मो के अनुबंध तथा कार्य पर सवाल उठे है।
प्रभारी मंत्री के समक्ष भी रखी मांग
जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव के समक्ष भी नगर निगम की बहुप्रचारित योजनाओं को लेकर शिकायत की गई है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष अदिति दवेसर ने कुछ प्रोजेक्टों पर आपत्ति ली तो पूर्व पार्षद बबीता नागर ने सिटी फोरलेन कार्य की जांच की मांग की। नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शैरानी पहले ही सीएम से चर्चा के दौरान निगम के भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर चुकी है। कई पूर्व पार्षद भी अब खुलकर कार्यो पर असंतोष जताया।
सीएम को दी जानकारी
प्रदेश स्तरीय बैठक के दौरान सीएम को नगर निगम के भ्रष्टाचार से अवगत कराया है। सीवर लाइन सहित कई बड़े कार्यो में धांधली हो रही है, तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। निकाय विभाग के मंत्री से भी हमने इस पर चर्चा की है।
– यास्मीन शैरानी, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष महिला कांग्रेस
जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव के समक्ष भी नगर निगम की बहुप्रचारित योजनाओं को लेकर शिकायत की गई है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष अदिति दवेसर ने कुछ प्रोजेक्टों पर आपत्ति ली तो पूर्व पार्षद बबीता नागर ने सिटी फोरलेन कार्य की जांच की मांग की। नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शैरानी पहले ही सीएम से चर्चा के दौरान निगम के भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर चुकी है। कई पूर्व पार्षद भी अब खुलकर कार्यो पर असंतोष जताया।
सीएम को दी जानकारी
प्रदेश स्तरीय बैठक के दौरान सीएम को नगर निगम के भ्रष्टाचार से अवगत कराया है। सीवर लाइन सहित कई बड़े कार्यो में धांधली हो रही है, तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। निकाय विभाग के मंत्री से भी हमने इस पर चर्चा की है।
– यास्मीन शैरानी, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष महिला कांग्रेस