डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपका बच्चा परीक्षा के दिनों में कोई अजीब सी हरकतें करता है तो उस पर अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। क्यूंकि बच्चा परीक्षा के दिनों में ज्यादा समय अपने घर में ही रहता है और बच्चों को परीक्षा का ज्यादा तनाव होता है। ऐसे में बच्चे कभी कभी अपने माता-पिता को अपनी समस्या नहीं कहते हैं। इसलिए ये माता-पिता का फर्ज है कि वह अपने बच्चों से सही से बात करें और उनकी परेशानी जानने कि कोशिश करें, पत्रिका की ओर से हम आपको बता रहे हैं और भी अन्य शारीरिक लक्षण जो इस प्रकार हैं…
शारीरिक लक्षण
– अगर किसी बच्चे को भूख न लगना, सिर में दर्द या फिर उसे कोई चीज ठीक से याद न रहना आदि।
– किसी भी काम में मन न लगना।
– बात बात पर गुस्सा आना, चिड़चिड़ा हो जाना।
– कम नींद लेना और ज्यादा टीवी देखना।
– किसी से बात न करना और अकेले रहना पसंद करना भी तनाव के लक्षण होते है।
तनाव से बचने के उपाए
– सबसे पहले आप अपने बच्चों से एक दोस्ताना व्यवहार बनाए जिससे आपका बच्चा अपनी बात बिना घबराए बोल सकें।
– अपने बच्चों को जानने कि कोशिश करें कि उसके मन में क्या है और उसकी समस्या का समाधान भी निकालें।
– परीक्षा के दिनों में बच्चों को नींद लेनी चाहिए, जिससे वह अपनी परीक्षा पर अच्छे से ध्यान दे सकें।
– परीक्षा के दिनों में बच्चो को थोड़ा टाइम खेलने के लिए भी निकालना चाहिए। इससे बच्चे का दिमाग चुस्त रहता है और वह अपनी परीक्षा अच्छे दे पाता है।
– परीक्षा के दिनों में मन शांत रखने के लिए योगा भी करनी चाहिए।