बिछड़े परिजन मिले तो छा गई खुशियां
छोटी सी अनबन के बाद तलाक होने से मानसिक रूप से परेशान हो चुके युवक को अब उसके परिजन मिल गए हैं। परिजन भी अपने बिछुड़े हुए व्यक्ति को पाकर खुश हैं। समाजसेवी गोविंद काकानी ने बताया ऐसी ही कहानी है काकनपुर निवासी कंचन भाई की है। पागलो की तरह इधर उधर भटकते कंचन भाई का इन दिनों जिला चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। धामनोद के डॉ दिनेश राव ने डेलनपुर के आसपास भटकते हुए एक पागल को देखा तो उन्होंने उसे नहलाकर रतलाम लेकर आए और समाजसेवी गोविन्द काकानी से संपर्क किया। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने उक्त मनोरोगी के बारे में खोजबीन शुरू की और जल्दी ही उन्हें पता चला कि उसका नाम कंचन भाई जेठाभाई सुतारिया उम्र 42 साल निवासी काकनपुर, पंचमहाल जिला गुजरात है।
छोटी सी अनबन के बाद तलाक होने से मानसिक रूप से परेशान हो चुके युवक को अब उसके परिजन मिल गए हैं। परिजन भी अपने बिछुड़े हुए व्यक्ति को पाकर खुश हैं। समाजसेवी गोविंद काकानी ने बताया ऐसी ही कहानी है काकनपुर निवासी कंचन भाई की है। पागलो की तरह इधर उधर भटकते कंचन भाई का इन दिनों जिला चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। धामनोद के डॉ दिनेश राव ने डेलनपुर के आसपास भटकते हुए एक पागल को देखा तो उन्होंने उसे नहलाकर रतलाम लेकर आए और समाजसेवी गोविन्द काकानी से संपर्क किया। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने उक्त मनोरोगी के बारे में खोजबीन शुरू की और जल्दी ही उन्हें पता चला कि उसका नाम कंचन भाई जेठाभाई सुतारिया उम्र 42 साल निवासी काकनपुर, पंचमहाल जिला गुजरात है।
यह मानसिक रूप से कमजोर है। काकानी ने कंचन भाई के बारे में इक_ी कर गुजरात पुलिस के माध्यम से इनके परिवार वालों से संपर्क किया। बुधवार को इनके बड़े भाई जयंतीभाई बड़ौदा से एवं बहनोई हरीश भाई आणंद से कंचन भाई को लेने आए। बड़े भाई जयंती ने बताया कि कंचन की शादी 20 साल पहले हो चुकी है। शादी के दो-तीन साल बाद ही तलाक हो गया था। तलाक के बाद से ही कंचन का दिमाग की हालत बिगड़ गई। माता पिता का साया भी बीते 15 सालों में छूट गया। इस कारण दिमाग की हालत और ज्यादा बिगड़ गई और वह 2 वर्ष पूर्व घर से निकल गया था। अब उससे मुलाकात हुई है।