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श्रमिक ट्रेन दे रही परिवार को खुशी, किलकारी गूंजी

locationरतलामPublished: May 28, 2020 01:08:17 pm

Submitted by:

Ashish Pathak

इन दिनों देश में चल रही श्रमिक ट्रेन मजदूरों को उनके घर तक तो पहुंचा रही है, इसके अलावा एक अन्य खुशी का कारण बन रही है। देश के अलग-अलग क्षेत्र से चली यह श्रमिक ट्रेन रतलाम रेल मंडल में मजदूरों के लिए खुशी का अतिरिक्त कारण बनी है। यहां पर पिछले एक पखवाडे़ में तीन बार प्रेगनेंट महिलाओं को सुरक्षित प्रसव करवाने में रेल कर्मचारियों ने मदद की है।

shramik train

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रतलाम. इन दिनों देश में चल रही श्रमिक ट्रेन मजदूरों को उनके घर तक तो पहुंचा रही है, इसके अलावा एक अन्य खुशी का कारण बन रही है। देश के अलग-अलग क्षेत्र से चली यह श्रमिक ट्रेन रतलाम रेल मंडल में मजदूरों के लिए खुशी का अतिरिक्त कारण बनी है। यहां पर पिछले एक पखवाडे़ में तीन बार प्रेगनेंट महिलाओं को सुरक्षित प्रसव करवाने में रेल कर्मचारियों ने मदद की है। पहले मंडल के मेघनगर तो इसके बाद रतलाम व नागदा में मजदूर परिवार में छोटे बच्चों की किलकारी गूंजी है।
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रेल मंडल के स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर सुबह किलकारी गं गूंजी है। असल में गुजरात के सूरत से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जा रही श्रमिक एक्सपे्रस ट्रेन में परिवार के साथ जा रही पूजा पति आनंद कुमार ने स्वस्थ्य पुत्र को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा तेज हुई तो ट्वीटर पर मदद मांगी गई। सिविल अस्पताल से एम्बुलेंस रेलवे अस्पताल से चिकित्सक पहुंचे। इसके बाद शाम को रेल मंडल के नागदा स्टेशन पर एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर समय रहते रेलवे कर्मचारियों ने अस्पताल पहुंचाने में मदद की है।
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सुबह किया गया ट्वीट

सुबह करीब 8 बजे जब ट्रेन मेघनगर को पार कर रही थी तब पूजा को प्रसव दर्द शुरू हो गया था। पति आनंद ने ट्वीटर पर मदद की आस के साथ ट्वीट किया। ट्रेन करीब 9.15 बजे रतलाम पहुंचने को हुई तो चिकित्सा मदद उपलब्ध थी। यहां पर रेलवे चिकित्सक डॉ. अंकित मेहता व उनकी टीम के अलावा टिकट चैकिंग कर्मचारी शादाब खान, संजय कनौजिया, सुरेश कौशल, विश्वदीप टंडन ने पहले से सभी व्यवस्था कर रखी थी। जैसे ही ट्रेन स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर आकर खड़ी हुई पूजा के आसपास चादर बांधकर आड़ कर दी गई। इस दौरान चिकित्सकों ने पूजा को सामान्य डिलेवरी करवाई। बाद में पूजा व उनके पति को जिला चिकित्सालय से आई एम्बुलेंस से चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां पर पुत्र व पूजा का स्वास्थ्य बेहतर है।
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IMAGE CREDIT: patrika
चलती ट्रेन को रोका गया
इधर दूसरी तरफ शाम को करीब 4 बजे गौरखपुर जा रही एक अन्य श्रमिक ट्रेन में सुनीता पति कमलेश यादव को नागदा में प्रसव पीड़ा हुई। तब ट्रेन को रोककर महिला व साथ के परिवार को रेल कर्मचारियों ने उतरवाया व समय रहते मेडिकल हेल्प करवाकर सुरक्षित प्रसव करवाया है। बोरिवली से गौरखपुर जा रही ट्रेन में सुनीता को प्रसव पीड़ा हुई थी। तब ट्वीट से सूचना मिलने पर 108 एबुंलेंस को सूचना दी गई। यहां पर डॉ. कमल सोलंकी ने शाम को महिला को भर्ती किया। बड़ी बात यह है कि ट्रेन को महिला की सहायता के लिए रोककर मदद की गई।
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