विद्यार्थी परिषद का विरोध भी काम नहीं आया: ओवरलोड स्कूली वाहनों पर नहीं लग रही रोक
रतलाम। ओवर लोड स्कूली वाहनों के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा शुरू की गई मुहिम के बाद भी गुरुवार की सुबह के समय ऑटो रिक्शा और मैजिक चालकों की मनमानी सामने आई। घर-घर से बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचने वाले स्कूली वाहनों में तो ओवर लोड बच्चे ही भरकर लाए गए लेकिन दोपहर में स्कूल छूटने के समय अभाविप के कार्यकर्ताओं और पुलिस की सक्रियता से ऑटो रिक्शा और मैजिक चालक तय संख्या से ज्यादा बच्चे नहीं ले जा पाए। दोपहर बाद अभाविप कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार गोपाल सोनी से मुलाकात करके ओवर लोड वाहनों की संख्या और उनके नंबरों की सूची सौंपते हुए कार्रवाई की मांग रखी।
जिला प्रशासन भी हुआ सक्रिय
ओवर लोड स्कूली वाहनों को लेकर अभाविप द्वारा शुरू किए गए अभियान के बाद अब पुलिस के साथ जिला प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। माना जा रहा है कि जिला प्रशासन के अधिकारी भी अब अपने स्तर पर जानकारी जुटाकर स्कूल संचालकों पर शिकंजा कसने की तैयारी में जुट गए हैं। तहसीलदार गोपाल सोनी भी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि वे उन स्कूलों से जानकारी तलब करेंगे जिनके यहां स्कूली वाहन चल रहे हैं। उन स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की संख्या, लगे हुए वाहनों की संख्या को लेकर आकलन किया जाना है।
फिर से प्रशासन को अवगत कराया
अभाविप के जिला संयोजक शुभम चौहान, कृष्णा डिंडोर सहित अन्य ने बताया उन्होंने संगठन की तरफ से एक बार फिर से तहसीलदार गोपाल सोनी को ओवर लोड स्कूली वाहनों और उनकी अनियमितताओं को लेकर अवगत कराया है। साथ ही जिला प्रशासन से मांग की गई कि न केवल स्कूली वाहनों की जांच की जाए वरन इन वाहनों के चालकों का भी पुलिस वेरिफिकेशन और उनके लाइसेंस आदि चेक किया जाए ताकि सही चालक इन वाहनों को चलाएं और फर्जी या बिना लाइसेंसी चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।