कलेक्ट्रेट में अनशन पर बैठे मलवासा निवासी श्रवण कुमार चौधरी के साथ उसकी करीब ८५ वर्षीय दादी गंगाबाई, ५० वर्षीय मां यशोदाबाई, पत्नी टीना, ५ वर्ष का पुत्र कुलदीप और ८ वर्ष की पुत्री कुमकुम साथ में है। इसके अतिरिक्त गांव का बाबूलाल पिता गोवर्धनलाल भी उसकी पत्नी दुर्गाबाई, पुत्र भैरूलाल, जुझार व जीवन के साथ धरने पर बैठा है। श्रवण के पास ही बाबूलाल की भी चाय की गुमटी लगती थी, जिसे प्रशासनिक अमले ने हटा दिया है। श्रवण का कहना है कि गांव में उसकी जूते-चप्पल व साइकिल रिपेयरिंग की दुकान ३५ वर्षों से मेन रोड पर है। उसी के माध्यम से उसके परिवार का जीवन यापन होता था।
शिकायत पर हटाई दुकानें
कुछ समय पहले प्रकाश पांचाल ने दुकान के पीछे की जमीन खरीदी और कुछ लोगों से मिलकर मेरी दुकान हटवा दी, जो कि नजूल की जमीन पर थी। इस मामले में तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर व संभागायुक्त को लिखित में सूचना भी दी लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की और ७ जून को दुकान हटा दी। इसी प्रकार पास में बाबूलाल की चाय की गुमटी भी शिकायत पर प्रशासनिक अमले ने हटाई है। अनशन पर बैठे लोगों की बात सुनने के लिए डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन पहुंची तो उसने दोनों परिवारों को समझाने का प्रयास किया और जांच के लिए टीम को मौके पर भेजा था, लेकिन दोनों परिवार दुकान लगाने की अनुमति नहीं मिलने तक उठने के लिए तैयार नहीं थे।
कुछ समय पहले प्रकाश पांचाल ने दुकान के पीछे की जमीन खरीदी और कुछ लोगों से मिलकर मेरी दुकान हटवा दी, जो कि नजूल की जमीन पर थी। इस मामले में तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर व संभागायुक्त को लिखित में सूचना भी दी लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की और ७ जून को दुकान हटा दी। इसी प्रकार पास में बाबूलाल की चाय की गुमटी भी शिकायत पर प्रशासनिक अमले ने हटाई है। अनशन पर बैठे लोगों की बात सुनने के लिए डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन पहुंची तो उसने दोनों परिवारों को समझाने का प्रयास किया और जांच के लिए टीम को मौके पर भेजा था, लेकिन दोनों परिवार दुकान लगाने की अनुमति नहीं मिलने तक उठने के लिए तैयार नहीं थे।
इनका कहना है
दल से फिर कराई है जांच
– उनका कहना यह है कि हमारी जो गुमटी हटाई गई है, वह गलत हटाई गई है, उसके चलते दल से वापस से जांच करा रहे है। न्यायालयीन प्रकरण चला है, उसके तहत आदेशित किया गया था कि उनका अतिक्रमण पाया गया है, लेकिन उनका कहना है कि हमारा अतिक्रमण नहीं है, इस कारण फिर से जांच कराई जा रही है।
शिराली जैन, डिप्टी कलेक्टर
दल से फिर कराई है जांच
– उनका कहना यह है कि हमारी जो गुमटी हटाई गई है, वह गलत हटाई गई है, उसके चलते दल से वापस से जांच करा रहे है। न्यायालयीन प्रकरण चला है, उसके तहत आदेशित किया गया था कि उनका अतिक्रमण पाया गया है, लेकिन उनका कहना है कि हमारा अतिक्रमण नहीं है, इस कारण फिर से जांच कराई जा रही है।
शिराली जैन, डिप्टी कलेक्टर