महिला लंबे समय से डायलिसिस पर है। वह जिला अस्तपाल में डायलिसिस कराती है। एेसे में संभावना जताई जा रही है कि वह यहां आकर डायलिसिस के दौरान संक्रमित हुई होगी। यदि एेसा है तो जिला अस्पताल के साथ ही यहां काम करने वाले चिकित्सकों से लेकर अन्य स्टाफ में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है। हालाकि स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के बारे में और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि वह कहीं और से तो संक्रमित नहीं हुई। इसके साथ ही साथ किडनी मरीज होने के कारण उसकी डायलिसिस की व्यवस्था भी यथासंभव पूर्ण सावधानी के साथ कराए जाने की बात कही जा रही है।
शेरानीपुरा की महिला के पॉजिटिव आने के बाद शहर एसडीएम लक्ष्मी गामड़, तहसीलदार गोपाल सोनी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम क्षेत्र में पहुंची। यहां पर कंटेनमेंट जोन तैयार करने साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिवार के लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजना शुरू कर दिया। साथ ही कंटेनमेंट जोन के सभी लोगों का सर्वे करने के साथ ही उनकी स्क्रीनिंग का काम भी शुरू हो गया। शेरानीपुरा को दूसरी बार कटेंनमेंट जोन बनाया गया है। पूर्व में भी कोरोना पॉजिटिव मिलने से इसे कंटेनमेंट जोन बनाया गया था लेकिन उक्त मरीज के पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौटने के बाद इसे खोल दिया गया था।
शेरानीपुरा में पॉजिटिव महिला के परिवार के 24 लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा है। वहीं टाटा नगर में बुधवार रात तैयार कंटेनमेंट जोन में गुरुवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे के साथ स्क्रीनिंग का की। हालाकि अब दोनों ही जगह एक-एक गली को ही कंटेनमेंट जोन के रूप में तैयार किया गया है। टाटा नगर में मृतका के परिवार व उससे जुडे़ कुल 21 लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है। इनमें से भी कुछ लोगों के सेंपल लिए गए है।