पशुपतिनाथ रोड पर निकलें लीकेज, आज पहुंचेगी रामघाट
वर्ष 2016 से शुरु हुआ प्रोजेक्ट 2018 में पूरा होना था लेकिन 2021 में यह पूरा हो रहा है। पखवाड़े भर से चल रही टेस्टिंग के बीच शनिवार सुबह 5 बजे मंदसौर शहर में चंबल ने प्रवेश किया। मेनपुरिया पशुपतिनाथ मुख्य द्वार के यहां लीकेज मिला फिर चंद्रपूरा रोड के यहां भी बड़ा लीकेज मिला और पानी व्यर्थ बह रहा था। अमले ने यहां लाइन वेल्डिंग करवाते हुए लीकेज सुधार करवाया। नालछा माता के समीप संतोषी माता मंदिर तक चंबल का पानी पहुंचा। मंदसौर में आते ही पशुपतिनाथ के दर तक पहुंचनने के बाद चंबल आगे का रास्ता तय करते हुए शिवना तक पहुंचेगी। देररात या फिर रविवार अलसुबह तक चंबल का पानी बचा हुआ तीन किमी का रास्ता तय कर शिवना नदी के तट पर बने रामघाट फिल्टर प्लांट तक पहुंचेगा और शिवना-चंबल का संगम होगा।
वर्ष 2016 से शुरु हुआ प्रोजेक्ट 2018 में पूरा होना था लेकिन 2021 में यह पूरा हो रहा है। पखवाड़े भर से चल रही टेस्टिंग के बीच शनिवार सुबह 5 बजे मंदसौर शहर में चंबल ने प्रवेश किया। मेनपुरिया पशुपतिनाथ मुख्य द्वार के यहां लीकेज मिला फिर चंद्रपूरा रोड के यहां भी बड़ा लीकेज मिला और पानी व्यर्थ बह रहा था। अमले ने यहां लाइन वेल्डिंग करवाते हुए लीकेज सुधार करवाया। नालछा माता के समीप संतोषी माता मंदिर तक चंबल का पानी पहुंचा। मंदसौर में आते ही पशुपतिनाथ के दर तक पहुंचनने के बाद चंबल आगे का रास्ता तय करते हुए शिवना तक पहुंचेगी। देररात या फिर रविवार अलसुबह तक चंबल का पानी बचा हुआ तीन किमी का रास्ता तय कर शिवना नदी के तट पर बने रामघाट फिल्टर प्लांट तक पहुंचेगा और शिवना-चंबल का संगम होगा।
पत्रिका की मुहिम का बड़ा असर, चंबल पहुंची मंदसौर अब हर घर देगी दस्तक
चंबल प्रोजेक्ट को लेकर पत्रिका की मुहिक का बड़ा असर सामने आया है। लगातार खबरों के प्रकाशन के बाद चार सालों से अधर में लटके प्रोजेक्ट ने फिर चाल पकड़ी और पंप से लेकर लाइन टेस्टिंग केअलावा कोल्वी स्टेशन से लेकर विसंगतियों और लापरवाही को लेकर लीकेज से लेकर हर एक पहलू को लगातार प्रमुखता से प्रकाशित कर उजागर किया। इसके बाद कलेक्टर से सतत मॉनीटरिंग शुरु की तो सांसद भी कोल्वी स्टेशन तक जा पहुंचे और अब चंबल मंदसौर पहुंची। अब आने वाले दिनों में सप्लाई शुरु होगी और चंबल मंदसौरवासियेंा के घरों तक नलों के माध्यम से दस्तक देगी।
चंबल प्रोजेक्ट को लेकर पत्रिका की मुहिक का बड़ा असर सामने आया है। लगातार खबरों के प्रकाशन के बाद चार सालों से अधर में लटके प्रोजेक्ट ने फिर चाल पकड़ी और पंप से लेकर लाइन टेस्टिंग केअलावा कोल्वी स्टेशन से लेकर विसंगतियों और लापरवाही को लेकर लीकेज से लेकर हर एक पहलू को लगातार प्रमुखता से प्रकाशित कर उजागर किया। इसके बाद कलेक्टर से सतत मॉनीटरिंग शुरु की तो सांसद भी कोल्वी स्टेशन तक जा पहुंचे और अब चंबल मंदसौर पहुंची। अब आने वाले दिनों में सप्लाई शुरु होगी और चंबल मंदसौरवासियेंा के घरों तक नलों के माध्यम से दस्तक देगी।