बिलपांक थाना पुलिस ने मंगलवार रात महावीर नगर निवासी इकबाल पिता शकूर खान को अवैध शराब के साथ पकड़ा था। पुलिस दोपहर में उसे न्यायालय पेश करने के लिए लाई थी। इकबाल के साथ पुलिस एक अन्य अपराध में शामिल आरोपी मनोज और रोहित को भी पेश करना था, जिसके चलते थाने पर पदस्थ एएसआई लक्ष्मण दायमा, प्रधान आरक्षक संतोष अग्निहोत्री और आरक्षक अशोक तीनों को जिला न्यायालय लेकर पहुंचे थे। यहां मनोज और रोहित को जेल वारंट बनने पर प्रधान आरक्षक और आरक्षक उन्हे लेकर नीचे रूक गए थे, जबकि एएसआई दायमा इकबाल को लेकर एक अन्य न्यायालय में गए थे। जहां पुलिस ने आरोपी का रिमांड मांगा था, जो २२ फरवरी तक मिला था। एएसआई रिमांड के कागजों पर हस्ताक्षर कर रहे थे, तभी मौका पाकर इकबाल वहां से भाग गया था।
परिजन भी थे न्यायालय में
सूत्रों की माने तो पुलिस जब आरोपी को न्यायालय में पेश कर रही थी, उस दौरान उसकी जमानत के लिए उसका भाई व अन्य परिजन भी यहीं मौजूद थे। उसके भागने की सूचना मिलते ही पुलिस ने उसके एक भाई को पकड़ा और उससे जानकारी जुटाने में लग गई, लेकिन वह उससे कुछ खास जानकारी हासिल नहीं कर सकी। इस बीच सूचना पर एएसपी प्रदीप शर्मा, सीएसपी विवेकसिंह चौहान के साथ अन्य अधिकारी भी न्यायालय पहुंचे थे। वहीं एसपी अमित सिंह ने भी आरोपी की गिफ्तारी पर दस हजार को इनाम घोषित कर, उसका फोटो व अन्य जानकारी सोश्यल मीडिया पर जारी कर दी थी।
सूत्रों की माने तो पुलिस जब आरोपी को न्यायालय में पेश कर रही थी, उस दौरान उसकी जमानत के लिए उसका भाई व अन्य परिजन भी यहीं मौजूद थे। उसके भागने की सूचना मिलते ही पुलिस ने उसके एक भाई को पकड़ा और उससे जानकारी जुटाने में लग गई, लेकिन वह उससे कुछ खास जानकारी हासिल नहीं कर सकी। इस बीच सूचना पर एएसपी प्रदीप शर्मा, सीएसपी विवेकसिंह चौहान के साथ अन्य अधिकारी भी न्यायालय पहुंचे थे। वहीं एसपी अमित सिंह ने भी आरोपी की गिफ्तारी पर दस हजार को इनाम घोषित कर, उसका फोटो व अन्य जानकारी सोश्यल मीडिया पर जारी कर दी थी।
प्रधान आरक्षक की सर्तकता आई काम
आरोपी के भागते ही बिलपांक थाने के प्रधान आरक्षक संतोष अग्निहोत्री ने उसके रिश्तेदारी के बारे में जानकारी जुटाई, तो जावरा की जानकारी मिली। वहीं उसके द्वारा कुछ अन्य लोगों से जानकारी जुटाने पर उसके जावरा तरफ जाने की सूचना मिली, तो वह भी जावरा तरफ रवाना हो गए। साथ ही जावरा में इसकी सूचना जावरा पुलिस को दी, पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा के आर हर्षवर्धन सिंह ने जावरा चौपाटी पर घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रधान आरक्षक और आरक्षक को एसपी ने दस हजार रुपए के नकद पुरस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की।
आरोपी के भागते ही बिलपांक थाने के प्रधान आरक्षक संतोष अग्निहोत्री ने उसके रिश्तेदारी के बारे में जानकारी जुटाई, तो जावरा की जानकारी मिली। वहीं उसके द्वारा कुछ अन्य लोगों से जानकारी जुटाने पर उसके जावरा तरफ जाने की सूचना मिली, तो वह भी जावरा तरफ रवाना हो गए। साथ ही जावरा में इसकी सूचना जावरा पुलिस को दी, पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा के आर हर्षवर्धन सिंह ने जावरा चौपाटी पर घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रधान आरक्षक और आरक्षक को एसपी ने दस हजार रुपए के नकद पुरस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की।
देर रात पकड़ा था
बिलपांक थाना पुलिस ने इकबाल को मंगलवार रात बिलपांक फंटे पर जांच के दौरान पकड़ा था। पुलिस ने उसके पास से चार हजार रुपए से अधिक की ७२ बोतल अंग्रेजी शराब के साथ उसकी बाइक भी जब्त की थी। प्रारंभिक जानकारी में उसने शराब उज्जैन जिले के बडऩगर के भूरालाल से लाने की बात कही थी। प्रकरण में और अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए पुलिस ने उसका रिमांड मांगा था।
बिलपांक थाना पुलिस ने इकबाल को मंगलवार रात बिलपांक फंटे पर जांच के दौरान पकड़ा था। पुलिस ने उसके पास से चार हजार रुपए से अधिक की ७२ बोतल अंग्रेजी शराब के साथ उसकी बाइक भी जब्त की थी। प्रारंभिक जानकारी में उसने शराब उज्जैन जिले के बडऩगर के भूरालाल से लाने की बात कही थी। प्रकरण में और अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए पुलिस ने उसका रिमांड मांगा था।
स्टेशन रोड थाने लाई पुलिस
न्यायालय से आरोपी के भागने की घटना के बाद बिलपांक थाने के एएसआई लक्ष्मण दायमा ने इकबाल के खिलाफ स्टेशन रोड थाने पर केस दर्ज कराया था। उसके बाद आरोपी के पकड़ाए जाने की बात का पता चलते ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर रतलाम ले आई।
न्यायालय से आरोपी के भागने की घटना के बाद बिलपांक थाने के एएसआई लक्ष्मण दायमा ने इकबाल के खिलाफ स्टेशन रोड थाने पर केस दर्ज कराया था। उसके बाद आरोपी के पकड़ाए जाने की बात का पता चलते ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर रतलाम ले आई।
इनका कहना है
मामले की करेंगे जांच
– आरोपी युवक न्यायालय परिसर से कैसे भाग गया, इस मामले की जांच की जाएगी। आरोपी को न्यायालय ले जाने वाले पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। आरोपी की फिर से गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
अमित सिंह, पुलिस अधीक्षक
मामले की करेंगे जांच
– आरोपी युवक न्यायालय परिसर से कैसे भाग गया, इस मामले की जांच की जाएगी। आरोपी को न्यायालय ले जाने वाले पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। आरोपी की फिर से गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
अमित सिंह, पुलिस अधीक्षक