नुकसान रोकने शुरू की मंडी लेकिन फायदा नहीं
किसानों की सब्जी खेत पर खराब हो रही है और किसानों को नुकसान न हो इसके लिए सब्जी मंडी चालू की गई, लेकिन आज चार दिन हो गए मंडी चालू हुए किसानों की सब्जी कोडिय़ों के दाम बिक रही हैं। किसानों की सब्जी खेत से मंडी तक लाने के लिए लागत भी नहीं निकल रही है। मंडी में पत्ता गोभी दो रुपए किलो और गिलकी 8 से10 रुपए किलो बिक रही है। खरबूजा 8, तरोई 10, किलो, आल 3,क²ू ४ रुपए, धनिया 10 रुपए किलो थोक भाव में मंडी में बिक रहा है। ऐसे में किसानों की उपज का सही दाम ही नहीं निकल पा रहा है।
किसानों की सब्जी खेत पर खराब हो रही है और किसानों को नुकसान न हो इसके लिए सब्जी मंडी चालू की गई, लेकिन आज चार दिन हो गए मंडी चालू हुए किसानों की सब्जी कोडिय़ों के दाम बिक रही हैं। किसानों की सब्जी खेत से मंडी तक लाने के लिए लागत भी नहीं निकल रही है। मंडी में पत्ता गोभी दो रुपए किलो और गिलकी 8 से10 रुपए किलो बिक रही है। खरबूजा 8, तरोई 10, किलो, आल 3,क²ू ४ रुपए, धनिया 10 रुपए किलो थोक भाव में मंडी में बिक रहा है। ऐसे में किसानों की उपज का सही दाम ही नहीं निकल पा रहा है।
50 किलो भुट्टे, 100 रुपए में भी नहीं बिके
दंतोडिय़ा के किसान सुरेश पाटीदार का कहना है किं बिचोलियों के मुनाफाखोरी रोकने में मंडी और जिला प्रशासन दोनों ही विफल हो गए है। उनका कहना है कि जब मंडी में भुट्टे लेकर गया तो 100 रुपए में 50 किलो के कट्टे लेने के लिए कोई तैयार नहीं थे। बचोलिये देख रहे थे कि माल कितना और सस्ता मिलेगा। मंडी में पुलिस के जवान भी तैनात थे। वे किसानों को आवाज लगा रहे थे कि जल्दी-जल्दी माल खरीद-बेचकर मंडी से बहार निकल जाओ। सब्जी खरीदने वाले सस्ता माल खरीदने के लिए आखिरी समय में खरीदते हैं। किसान समझता है कि मंडी बंद होने की जल्दबाजी में अपनी उपज कोडिय़ों के दाम बेचकर रवाना हो रहे हैं।
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दंतोडिय़ा के किसान सुरेश पाटीदार का कहना है किं बिचोलियों के मुनाफाखोरी रोकने में मंडी और जिला प्रशासन दोनों ही विफल हो गए है। उनका कहना है कि जब मंडी में भुट्टे लेकर गया तो 100 रुपए में 50 किलो के कट्टे लेने के लिए कोई तैयार नहीं थे। बचोलिये देख रहे थे कि माल कितना और सस्ता मिलेगा। मंडी में पुलिस के जवान भी तैनात थे। वे किसानों को आवाज लगा रहे थे कि जल्दी-जल्दी माल खरीद-बेचकर मंडी से बहार निकल जाओ। सब्जी खरीदने वाले सस्ता माल खरीदने के लिए आखिरी समय में खरीदते हैं। किसान समझता है कि मंडी बंद होने की जल्दबाजी में अपनी उपज कोडिय़ों के दाम बेचकर रवाना हो रहे हैं।
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दाम ही नहीं मिल रहे तो क्या करे
पत्ता गोभी की फसल पांच बीघा में बोई थी। हर बीघा करीब 30 से 35 हजार रुपए का खर्चा आया। यदि १० रुपए किलो के दाम भी मिले तो एक बीघा में १०० क्विंटल के हिसाब से १० लाख रुपए प्रतिबीघा का नुकसान उठाना पड़ा है। खेतों से फसल काटकर मंडी ले जाने का खर्चा भी नहीं मिल पा रहा है। मंडी में फसल 3-4 रुपए किलो बिक रही है। इसलिए पूरी फसल को रोटावेटर से नष्ट कर दिया।
गोवर्धन पाटीदार, किसान दंतोडिय़ा
मजदूरी निकालना भी हो गया मुश्किल
खेतों में खड़ी फसल को काटकर किराए के वाहन में डालकर मंडी तक ले जाने का किराया भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इस फसल को खेत से काटकर ले जाने से फायदा ही क्या है जब मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है। इसकी लागत की बात तो दूर है क्योंकि हर बीघा 30 हजार से खर्चा कर चुके हैं फिर भी दाम नहीं मिल पा रहे हैं।
रामनारायण पाटीदार, किसान दंतोडिय़ा
पत्ता गोभी की फसल पांच बीघा में बोई थी। हर बीघा करीब 30 से 35 हजार रुपए का खर्चा आया। यदि १० रुपए किलो के दाम भी मिले तो एक बीघा में १०० क्विंटल के हिसाब से १० लाख रुपए प्रतिबीघा का नुकसान उठाना पड़ा है। खेतों से फसल काटकर मंडी ले जाने का खर्चा भी नहीं मिल पा रहा है। मंडी में फसल 3-4 रुपए किलो बिक रही है। इसलिए पूरी फसल को रोटावेटर से नष्ट कर दिया।
गोवर्धन पाटीदार, किसान दंतोडिय़ा
मजदूरी निकालना भी हो गया मुश्किल
खेतों में खड़ी फसल को काटकर किराए के वाहन में डालकर मंडी तक ले जाने का किराया भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इस फसल को खेत से काटकर ले जाने से फायदा ही क्या है जब मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है। इसकी लागत की बात तो दूर है क्योंकि हर बीघा 30 हजार से खर्चा कर चुके हैं फिर भी दाम नहीं मिल पा रहे हैं।
रामनारायण पाटीदार, किसान दंतोडिय़ा
फैक्ट फाइल
लागत – 30 हजार रुपए प्रति बीघा खर्च
1 बीघा की फसल की कीमत – 6 लाख
प्रति बीघा होती है पत्ता गोभी – 100 क्विन्टल
10 रू किलो बिकने पर – 10 लाख रुपए प्रति बीघा का फायदा
प्रति बीघा खर्च – 30-35 हजार प्रति बीघा
लागत – 30 हजार रुपए प्रति बीघा खर्च
1 बीघा की फसल की कीमत – 6 लाख
प्रति बीघा होती है पत्ता गोभी – 100 क्विन्टल
10 रू किलो बिकने पर – 10 लाख रुपए प्रति बीघा का फायदा
प्रति बीघा खर्च – 30-35 हजार प्रति बीघा