सर्किट हाउस पर मचा था बवाल, मंत्री को घेरकर बताई समस्या
जिला योजना समिति की बैठक के बाद प्रभारी मंत्री सचिन यादव सीधे सर्किट हाउस आए और पत्रकारों से चर्चा के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। इसी दौरान नामली में नामली एग्रो एजेंसी पर 16 नवंबर को हुई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंत्री को घेर लिया। पूर्व विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभु राठौर, चंद्रशेखर शर्मा, संजय चौधरी, थावर भूरिया सहित नामली से आए कार्यकर्ताओं ने मंत्री के समक्ष की गई कार्रवाई को भेदभावपूर्ण और मनमानी बताया। एग्रो एजेंसी के संचालक रजनीश परिहार ने कहा कि मैं लंबे समय से कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता हंू, भाजपा के शासन में मुझे परेशानी नहीं आई, लेकिन कांग्रेस की सरकार में बदनाम कर टोपी उछाली जा रही है। मेेरे दो घर हैं और एक जगह बेसमेंट में पानी भरा होने से खाद दूसरी जगह रख दी थी, इसके बिल और पूरी जानकारी है, लेकिन मुझ पर जबरन कार्रवाई की गई। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू निकल आए तो कार्यकर्ताओं ने वर्तमान जिलाध्यक्ष राजेश भरावा और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रहे डीपी धाकड़ को हटाने की मांग कर दी, कार्यकर्ताओं ने कहा कि ये दोनों के कारण कांग्रेस का कार्यकर्ता परेशान हो रहा है।
जिला योजना समिति की बैठक के बाद प्रभारी मंत्री सचिन यादव सीधे सर्किट हाउस आए और पत्रकारों से चर्चा के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। इसी दौरान नामली में नामली एग्रो एजेंसी पर 16 नवंबर को हुई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंत्री को घेर लिया। पूर्व विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभु राठौर, चंद्रशेखर शर्मा, संजय चौधरी, थावर भूरिया सहित नामली से आए कार्यकर्ताओं ने मंत्री के समक्ष की गई कार्रवाई को भेदभावपूर्ण और मनमानी बताया। एग्रो एजेंसी के संचालक रजनीश परिहार ने कहा कि मैं लंबे समय से कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता हंू, भाजपा के शासन में मुझे परेशानी नहीं आई, लेकिन कांग्रेस की सरकार में बदनाम कर टोपी उछाली जा रही है। मेेरे दो घर हैं और एक जगह बेसमेंट में पानी भरा होने से खाद दूसरी जगह रख दी थी, इसके बिल और पूरी जानकारी है, लेकिन मुझ पर जबरन कार्रवाई की गई। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू निकल आए तो कार्यकर्ताओं ने वर्तमान जिलाध्यक्ष राजेश भरावा और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रहे डीपी धाकड़ को हटाने की मांग कर दी, कार्यकर्ताओं ने कहा कि ये दोनों के कारण कांग्रेस का कार्यकर्ता परेशान हो रहा है।
पूर्व विधायक ने कहा, सीएम तक जाएगा मामला
पूर्व विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी ने कहा कि इस तरह किसी को परेशान नहीं किया जा सकता। अगर परिहार पर की गई कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो हम सीएम से इसकी शिकायत करेंगे। पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ता अपनी बात रखता हैै, संगठन के पदाधिकारियों को उनकी सुनना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। प्रभु राठौर ने कहा कि हम इस पूरे मामले से सीएम और संगठन को अवगत करा रहे है।
विरोध के बीच सर्किट हाउस से निकले नेता
सर्किट हाउस में अचानक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उग्र तेवर देख कई नेता बाहर निकल गए तो बाहर खड़े प्रशासनि अधिकारी भी सकते में आ गए। प्रभारी मंत्री यादव ने पहले तो सभी की बात सुनी और इसके बाद उचित हल का आश्वासन देकर बाहर आ गए। वाहन में बैठने से पहले उन्होंने कलेक्टर और कृषि अमले के दो अफसरों से चर्चा की। वहीं, बाहर आए नेताओं ने इस घटनाक्रम को पार्टी का अंदरूनी मामला बता टाल दिया। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भरावा का मोबाइल देरशाम तक नेटवर्क से बाहर ही बताता रहा।
पूर्व विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी ने कहा कि इस तरह किसी को परेशान नहीं किया जा सकता। अगर परिहार पर की गई कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो हम सीएम से इसकी शिकायत करेंगे। पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ता अपनी बात रखता हैै, संगठन के पदाधिकारियों को उनकी सुनना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। प्रभु राठौर ने कहा कि हम इस पूरे मामले से सीएम और संगठन को अवगत करा रहे है।
विरोध के बीच सर्किट हाउस से निकले नेता
सर्किट हाउस में अचानक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उग्र तेवर देख कई नेता बाहर निकल गए तो बाहर खड़े प्रशासनि अधिकारी भी सकते में आ गए। प्रभारी मंत्री यादव ने पहले तो सभी की बात सुनी और इसके बाद उचित हल का आश्वासन देकर बाहर आ गए। वाहन में बैठने से पहले उन्होंने कलेक्टर और कृषि अमले के दो अफसरों से चर्चा की। वहीं, बाहर आए नेताओं ने इस घटनाक्रम को पार्टी का अंदरूनी मामला बता टाल दिया। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भरावा का मोबाइल देरशाम तक नेटवर्क से बाहर ही बताता रहा।