पेश करने पर संशय खड़ा हो गया है
नगर निगम में शनिवार को हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर आए आयुक्त एसके सिंह ने चार्ज संभाल लिया है। वहीं, शासन के आदेश पर पदस्थ हुए आईएएस सतीशकुमार एस फिलहाल कलेक्टर के जवाब का इंतजार कर रहे है। रविवार को अवकाश के कारण अब मंगलवार को आयुक्त एसके सिंह कलेक्टर रुचिका चौहान को होईकोर्ट के आदेश की प्रमाणिक प्रति उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद कलेक्टर इसे शासन को भेजेगीं। सोमवार को शिवरात्रि का अवकाश है, इसलिए मंगलवार तक प्रक्रिया की उम्मीद है। वहीं, नगर निगम के आगामी बजट पर भी इस पेंच का प्रभाव हो सकता है। फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि बजट सम्मेलन के दौरान कौन आयुक्त के प्रभार में होगा। ऐसे में महापौर परिषद से मंजूर बजट सम्मेलन में पेश करने पर संशय खड़ा हो गया है।
नगर निगम में शनिवार को हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर आए आयुक्त एसके सिंह ने चार्ज संभाल लिया है। वहीं, शासन के आदेश पर पदस्थ हुए आईएएस सतीशकुमार एस फिलहाल कलेक्टर के जवाब का इंतजार कर रहे है। रविवार को अवकाश के कारण अब मंगलवार को आयुक्त एसके सिंह कलेक्टर रुचिका चौहान को होईकोर्ट के आदेश की प्रमाणिक प्रति उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद कलेक्टर इसे शासन को भेजेगीं। सोमवार को शिवरात्रि का अवकाश है, इसलिए मंगलवार तक प्रक्रिया की उम्मीद है। वहीं, नगर निगम के आगामी बजट पर भी इस पेंच का प्रभाव हो सकता है। फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि बजट सम्मेलन के दौरान कौन आयुक्त के प्रभार में होगा। ऐसे में महापौर परिषद से मंजूर बजट सम्मेलन में पेश करने पर संशय खड़ा हो गया है।
अध्यक्ष तय करेंगे तारीख, महापौर ने दी मंजूरी
नगर निगम के सम्मेलन की तारीख परिषद अध्यक्ष अशोक पोरवाल को तय करना है। फिलहाल एमआईसी के माध्यम से इस पर महापौर डॉ. सुनीता यार्दे की स्वीकृति मिली है। नगरीय निकाय अधिनियम के तहत एमआईसी से मंजूर बजट तीन माह तक ही प्रक्रिया में रहता है, इसके बाद इसे निगम परिषद के सम्मेलन में पेश कर स्वीकृति लेना जरूरी है। ऐसा नहीं हो पाने की स्थिति में आय-व्यय के साथ मदों पर असर होता है।
दो आयुक्त, किससे बात करेंगे
फिलहाल निगम में दो आयुक्त हैं और हमारे सामने दुविधा है कि किससे बात करेंगे। इसलिए अभी बजट सम्मेलन की तारीख पर कुछ नहीं कहा जा सकता। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, सम्मेलन पर निर्णय नहीं कर सकते।
– अशोक पोरवाल, अध्यक्ष नगर निगम परिषद
नगर निगम के सम्मेलन की तारीख परिषद अध्यक्ष अशोक पोरवाल को तय करना है। फिलहाल एमआईसी के माध्यम से इस पर महापौर डॉ. सुनीता यार्दे की स्वीकृति मिली है। नगरीय निकाय अधिनियम के तहत एमआईसी से मंजूर बजट तीन माह तक ही प्रक्रिया में रहता है, इसके बाद इसे निगम परिषद के सम्मेलन में पेश कर स्वीकृति लेना जरूरी है। ऐसा नहीं हो पाने की स्थिति में आय-व्यय के साथ मदों पर असर होता है।
दो आयुक्त, किससे बात करेंगे
फिलहाल निगम में दो आयुक्त हैं और हमारे सामने दुविधा है कि किससे बात करेंगे। इसलिए अभी बजट सम्मेलन की तारीख पर कुछ नहीं कहा जा सकता। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, सम्मेलन पर निर्णय नहीं कर सकते।
– अशोक पोरवाल, अध्यक्ष नगर निगम परिषद
एमआईसी ने मंजूरी दी है
आगामी बजट को महापौर परिषद ने सर्वानुमति से स्वीकृति दी है, इसे अब परिषद में रखा जाना है। निगम में क्या स्थिति है, सभी जानते है। तारीख पर अध्यक्ष निर्णय करेंगे।
– डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर नगर निगम