MUST READ : बकाया: ग्राम पंचायत पर 11 करोड़ से अधिक बिजली बिल बकाया असल में राज्य स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण अंचल में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जागृति करने को कहा गया। इसमे रतलाम जनपद ने 97 गांव के रोजगार सहायक, ग्राम सचिव व ज्ञवच्छताग्राही प्रेरक को बुलाकर पहले बैठक की। इस बैठक में सभी की सहमती ली गई कि वे सप्ताह में एक दिन स्कूली बच्चों को एकत्रित करके गांव में एक सप्ताह में एकत्रित हुए सिंगल यूज प्लास्टिक को साफ करवाएंगे। इसके लिए गांव में जागृति आए इसके लिए माहोल बनाने के लिए ढ़ोल का सहारा लिया जा रहा है।
MUST READ : दिवाली पूजा का बेस्ट मुहूर्त यहां पढे़ं इस तरह हो रहा आयोजन गांव में हर शुक्रवार को सुबह 9 बजे से लेकर करीब 11 बजे तक रैली निकाली जाती है। इस रैली में स्कूली विद्यार्थी, उनके शिक्षक व साथ में ढ़ोल रहता है। ये शिक्षक व विद्यार्थी मिलकर गांव में सिंगल यूज प्लास्टिक जहां भी दिखता है उसको उठाकर एकत्रित कर रहे है। इसमे प्लास्टिक की पन्नी, बॉटल आदि को लिया जा रहा है। इसके बाद इनको एक स्थान पर रखा जा रहा है। दोपहर में 12 बजे बाद इसको सेक्टर प्रभारी को दे रहे है।
MUST READ : मध्यप्रदेश में तीन माह बाद याद आई शिक्षक की भर्ती जागृति से ही रोक संभव सिंगल यूज प्लास्टिक के मामले में शहर में तो जागृति है, लेकिन ग्रामीण अंचल में घरों के बच्चों को शामिल करके ही जागृति लाई जा सकती है। पूर्व में मुनादी करवाई जाती थी, अब ढ़ोल बजाकर जागृत किया जा रहा है। इसके अब तक परिणाम बेहतर आए है।
– तपस्या परिहार, सीईओ, रतलाम जनपद MUST READ : महाबली रावण ने किए थे शरद पूर्णिमा के टोटके, आप भी करें मिलेगा लाभ भूलकर मत करना यह 7 काम, नाराज होती है महालक्ष्मी