जंगली जानवर के बारे में बताया जाता है कि वह देखने में शेर जैसा है और शरीर चितकबरा व धब्बे है। ग्रामीणों ने बताया कि शमशान रोड़ के पास नाथूराम पाटीदार पिता उच्छबलाल पाटीदार ६० साल पर पहले जानवर ने हमला किया। हमले में वह घायल हो गया। इसके बाद भेरूलाल पिता बालू मोगिया को इसकी जानकारी लगी तो वह देखने पहुंचा। जानवर ने उस पर भी हमला कर दिया। इसके बाद वह जानवर भागने लगा तो नाथूलाल के मकान के बाड़े पर लगे परतरों पर जाते ही वह बाड़े में जा गिरा। इसके बाद ग्रामीणों ने बाड़े के दरवाजे बाहर से लगाकर छत पर भी पतरों पर पत्थर रख दिए। देखते ही देखते पूरे गांव में यह खबर आग की तरह फैली और लोगों में दहशत व्याप्त हो गई।
सूचना मिलने के बाद एसडीएम राहुल नामदेव, टीआई पिपलौदा मौके पर पहुंचे। इधर सूचना मिलने के बाद वन मंडलाधिकारी और अमला भी मौके पर पहुंच गया। ग्रामीण ने हिम्मत कर फसलों को किंट पतंगों से बचाने के उपयोग में आने वाली हलकी जाली डाल कर बैठे हुए हैं। जिस व्यक्ति के ऊपर हमला हुआ है उसके घर के ठीक पीछे खेत है और यह जानवर खेत से ही उसके घर तक पहुंचा था।