यह है मामला
जावरा रोड और वेद व्यास कालोनी निवासी दो छात्राओं जेबा मलिक और फाईजा खान ने बताया कि उन्होंने बीए तृतीय वर्ष अंग्रेजी लिटरेचर के लिए स्वाध्यायी फार्म भरा था। फार्म में उनके अंग्रेजी साहित्य के दो प्रश्नपत्र होना था जिनमें एक कंटेम्पोरेरी लिटरेचर और इंडियन राइटिंग इंग्लिश का था। फार्म और अटेस्टेशन के दौरान भी यही दो प्रश्नपत्र थे।
जावरा रोड और वेद व्यास कालोनी निवासी दो छात्राओं जेबा मलिक और फाईजा खान ने बताया कि उन्होंने बीए तृतीय वर्ष अंग्रेजी लिटरेचर के लिए स्वाध्यायी फार्म भरा था। फार्म में उनके अंग्रेजी साहित्य के दो प्रश्नपत्र होना था जिनमें एक कंटेम्पोरेरी लिटरेचर और इंडियन राइटिंग इंग्लिश का था। फार्म और अटेस्टेशन के दौरान भी यही दो प्रश्नपत्र थे।
फिक्शन का प्रश्नपत्र दे दिया 6 मई को अंग्रेजी साहित्य का द्वितीय प्रश्नपत्र हुआ जिसमें उन्हें परीक्षा के दौरान फिक्शन का प्रश्नपत्र हल करने के लिए दे दिया गया। जेबा और फाइजा के साथ ही इस विषय की परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों ने इंडियन राइटिंग की तैयारी की थी और उन्हें फिक्शन का प्रश्नपत्र हल करने के लिए दे दिया गया। ऐसा करके विवि ने उनके साथ गलत किया है।
प्राचार्य को दिया लिखित में
परीक्षा देने के बाद परेशान विद्यार्थियों ने अग्रणी कॉलेज में संपर्क किया और फिर वहां से विक्रमविवि में संपर्क करने को कहा गया। विक्रम विवि से उन्हें बताया गया कि अग्रणी कॉलेज में आप लिखित में अपनी शिकायत दर्ज करवाएं जिससे समस्या का निदान किया जा सके। विद्यार्थियों ने लिखित में अपनी शिकायत अग्रणी कॉलेज को दी है।
परीक्षा देने के बाद परेशान विद्यार्थियों ने अग्रणी कॉलेज में संपर्क किया और फिर वहां से विक्रमविवि में संपर्क करने को कहा गया। विक्रम विवि से उन्हें बताया गया कि अग्रणी कॉलेज में आप लिखित में अपनी शिकायत दर्ज करवाएं जिससे समस्या का निदान किया जा सके। विद्यार्थियों ने लिखित में अपनी शिकायत अग्रणी कॉलेज को दी है।