लोगों की समस्या सुनने पहुंचे थे सचिव
शुक्रवार को भीमाखेड़ी गांव के सचिव ग्रामीणों की समस्या सुनने के लिए गांव पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं तो बताईं हीं साथ में कई मुद्दों को लेकर सचिव के साथ बहस हो गई जिसके बाद ग्रामीणों ने पंचायत सचिव को बिजली के खंभे से बांध दिया। बताया जा रहा है कि गांवों में मुलभूत समस्याओं की कमी को लेकर गांव वाले सरकार और प्रशासन से नाराज हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने सचिव को ग्रामीणों के बंधन से मुक्त कराया। पुलिस ने सचिव की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
सचिव को बंधक बनाने वाले ग्रामीणों ने अपने कदम को सही बताते हुए कहा कि, गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है। सड़कों पर गड्ढे हैं और बारिश में नालियों में पानी भर जाता है जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। पानी भरने से कई तरह की बीमारियों के होने का डर है। ग्रामीणों का कहना है कि इसके लिए गांव के सचिव ही जिम्मेदार हैं। हम कई बार अधिकारियों से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी समस्या दूर नहीं हुई है। हमारी समस्यों का अभी तक कोई निराकरण नहीं किया गया है।
बंधक बनाए गए सचिव ने मामले में सफाई देते हुए कहा- ‘मैंने अपने कई वरिष्ठ अधिकारियों को भीमाखेड़ी गांव के बचे हुए शेष निर्माण कार्यों को देखने के लिए एक इंजिनियर को काम सौंपने की अपील की है। हालांकि कुछ उपद्रवियों ने विकास कार्य को रोका है। जिसके कारण से विकास कार्य नहीं हो पा रहा है।