17 अक्टूबर को प्रारंभिक सूची का प्रकाशन किया गया
शहर के 49 वार्डो के नए परिसीमन को लेकर 17 अक्टूबर को प्रारंभिक सूची का प्रकाशन किया गया है। इसके बाद से अब तक करीब 9 आपत्ति दर्ज हो चुकी है। बुधवार को आपत्तिकर्ता प्रेमनाथ डोंगरे के परिसीमन को लेकर पहुंचे। आपत्तिकर्ता सुखदेवसिंह कुशवाह ने बताया कि वर्ष 2004 में वार्ड क्रमांक 07, वर्ष 2009 में वार्ड 11, वर्ष 2014 में पुन: वार्ड क्रमांक 11 एवं वर्ष 2009 में वार्ड क्रमांक 12 प्रस्तावित परिसीमन में है। इस तरह बार बार वार्डो के परिसीमन के कारण लोगों को दस्तावेजों में बदलाव कराना पड़ रहा है। मतदाता हर जरूरी दस्तावेज पर बदलाव के लिए कई दिनों तक भटकता है। अगर वार्ड को जनसंख्या अनुसार उसी तरह रखा जाएगा तो मतदाता ऐसे परेशान नहीं होगा। वार्डो की सीमा बढ़ाने से भी विकास कार्य रूक जाएंगे, इसलिए वर्ष 2014 के आधार पर ही वार्ड क्रमांक 11 रखा जाए एवं सीमा क्षेत्र को भी पूर्वानुसार यथावत रखना चाहिए।
शहर के 49 वार्डो के नए परिसीमन को लेकर 17 अक्टूबर को प्रारंभिक सूची का प्रकाशन किया गया है। इसके बाद से अब तक करीब 9 आपत्ति दर्ज हो चुकी है। बुधवार को आपत्तिकर्ता प्रेमनाथ डोंगरे के परिसीमन को लेकर पहुंचे। आपत्तिकर्ता सुखदेवसिंह कुशवाह ने बताया कि वर्ष 2004 में वार्ड क्रमांक 07, वर्ष 2009 में वार्ड 11, वर्ष 2014 में पुन: वार्ड क्रमांक 11 एवं वर्ष 2009 में वार्ड क्रमांक 12 प्रस्तावित परिसीमन में है। इस तरह बार बार वार्डो के परिसीमन के कारण लोगों को दस्तावेजों में बदलाव कराना पड़ रहा है। मतदाता हर जरूरी दस्तावेज पर बदलाव के लिए कई दिनों तक भटकता है। अगर वार्ड को जनसंख्या अनुसार उसी तरह रखा जाएगा तो मतदाता ऐसे परेशान नहीं होगा। वार्डो की सीमा बढ़ाने से भी विकास कार्य रूक जाएंगे, इसलिए वर्ष 2014 के आधार पर ही वार्ड क्रमांक 11 रखा जाए एवं सीमा क्षेत्र को भी पूर्वानुसार यथावत रखना चाहिए।
भाजपा कर रही परिसीमन पर चर्चा, नहीं बदलेंगे परिणाम
भाजपा ने परिसीमन के प्रारंभिक प्रकाशन को प्रदेश सरकार के दबाव में बताते हुए साफ किया है कि कांग्रेस जोड़तोड़ करना चाहती है, लेकिन इससे परिणामों में बदलाव नहीं आएगा। भाजपा ने विधि के जानकारों से भी परिसीमन को लेकर सुझाव मांगे है, ताकि अंतिम प्रकाशन के बाद प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर न्यायालय में याचिका लगाई जा सके।
भाजपा ने परिसीमन के प्रारंभिक प्रकाशन को प्रदेश सरकार के दबाव में बताते हुए साफ किया है कि कांग्रेस जोड़तोड़ करना चाहती है, लेकिन इससे परिणामों में बदलाव नहीं आएगा। भाजपा ने विधि के जानकारों से भी परिसीमन को लेकर सुझाव मांगे है, ताकि अंतिम प्रकाशन के बाद प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर न्यायालय में याचिका लगाई जा सके।
आपत्ति के साथ अब निराकरण का दौर शुरू होगा
17 अक्टूबर को प्रकाशित वार्ड परिसीमन की आखिरी रिपोर्ट 30 अक्टूबर को शासन को भेजी जाएगी। इससे पूर्व आपत्तियों पर निराकरण किया जाएगा। गुरुवार को निकाय चुनाव रजिस्ट्रीकरण कार्यालय सभी आपत्तियों को सूचीबद्ध कर लेगा और निराकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। शुक्रवार को निराकरण संबंधी सूचना जारी होने लगेगी। 30 अक्टूबर से पूर्व तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय आपत्तिकर्ताओं को सूचना जारी कर देगा।
17 अक्टूबर को प्रकाशित वार्ड परिसीमन की आखिरी रिपोर्ट 30 अक्टूबर को शासन को भेजी जाएगी। इससे पूर्व आपत्तियों पर निराकरण किया जाएगा। गुरुवार को निकाय चुनाव रजिस्ट्रीकरण कार्यालय सभी आपत्तियों को सूचीबद्ध कर लेगा और निराकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। शुक्रवार को निराकरण संबंधी सूचना जारी होने लगेगी। 30 अक्टूबर से पूर्व तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय आपत्तिकर्ताओं को सूचना जारी कर देगा।
35 से अधिक वार्ड में जीत होगी
नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा रतलाम के 35 से अधिक वार्डो में जीत दर्ज कर फिर परिषद बनाएगी। कांग्रेस सरकार बनने के बाद परिसीमन के नाम जोड़-तोड़ कर रही है, लेकिन इससे कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। विधानसभा और लोकसभा में भाजपा ने जैसी बूथवार जीत दर्ज की थी, वैसी ही निगम चुनाव में जीत मिलेगी।
– चेतन्य काश्यप, विधायक रतलाम शहर
नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा रतलाम के 35 से अधिक वार्डो में जीत दर्ज कर फिर परिषद बनाएगी। कांग्रेस सरकार बनने के बाद परिसीमन के नाम जोड़-तोड़ कर रही है, लेकिन इससे कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। विधानसभा और लोकसभा में भाजपा ने जैसी बूथवार जीत दर्ज की थी, वैसी ही निगम चुनाव में जीत मिलेगी।
– चेतन्य काश्यप, विधायक रतलाम शहर