सडक़ पर बैठी महिलाओं और संगठनों के पदाधिकारियों ने कई बार मुख्यमंत्री, शहर विधायक और प्रदेश सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। पुलिस प्रशासन पूरे समय मौके पर ही मौजूद रहा। बीच-बीच में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जाती रही। दोपहर में महापौर प्रहलाद पटेल भी धरनास्थल पहुंचे। उन्होंने जेल के अंदर जाकर प्रशासन से इस बारे में चर्चा की।
दोपहर में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो जारी करके रोक हटाने और दो दिन तक व्यवस्था रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में प्रत्यक्ष रखी बांधने में जेल में परेशानी की खबर मिली है। तुरंत ही इस रोक को हटाया जा रहा है और शुक्रवार को भी यह व्यवस्था लागू रहेगी।
बजरंग दल विभाग सहसंयोजक राघव त्रिवेदी ने बताया रक्षाबंधन पर्व पर लगाई गई रोक को विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के विरोध के कारण हटा दिया गया है। विहिप के प्रांतीय अधिकारियों ने सीएम हाउस में चर्चा कर रोक को तुरंत हटवाया। प्रदर्शन के दौरान विभाग संयोजक मोहित चौबे, विभाग सहसंयोजक राघव त्रिवेदी, राहुल सोनी, मुकेश व्यास, गौरव शर्मा, पवन देवड़ा, दीपक प्रजापत, अमनप्रीत, दीपांशु गुप्ता, रोहित मुरारिया, आशु टांक आदि उपस्थित थे।
बंदियों से टेलीफोन कांफ्रेंस करवाकर बात करवाकर उनसे अपने साथ लाई मिठाई, राखी और श्रीफल लेकर उनके सामने ही बंदी तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। दोपहर बाद डीजी जेल से निर्देश मिले कि रोक हटा ली गई है तो सभी को अंदर लेकर सामूहिक रूप से रक्षाबंधन पर्व मनवाया गया। यह व्यवस्था शुक्रवार को भी लागू रहेगी।
लक्ष्मणसिंह भदौरिया, सर्किल जेल अधीक्षक
चेतन्य काश्यप, शहर विधायक, रतलाम