जब पत्रिका की टीम इस मामले में सूचना मिलने पर गुरुवार दोपहर करीब 2.30 बजे पहुंची तो महिलाओं का समूह पत्थर से दमकल के दरवाजे को तोड़ रहा था और इसके पूर्व तोड़े गए संसाधन के लोहे को तीन से चार प्लास्टिक के बड़े बैग में भरा हुआ था। कैमरे को देखकर महिलाएं भाग गई, लेकिन चोरी किया गया प्लास्टिक वहीं छोड़कर भाग गई।
इस घटना के जिम्मेदार नगर निगम के लोक निर्माण विभाग के सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल और नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया है। इनकी जवाबदेही है कि एक साल से टूटी दीवार को सही करवाते तो चोर जिस रास्ते से आने के लिए उपयोग कर रहे है, वो नहीं होता।
नगर निगम के संसाधन की चोरी की घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है। तुरंत सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रहा हूं।
– नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, नगर निगम प्रशासक और कलेक्टर