पिछले वर्ष नगर निगम ने ७९ लाख रुपए का पानी का टेंडर किया था। इस बार ये तीन लाख रुपए बढ़कर ८२ लाख रुपए का होने जा रहा है। अप्रैल से लेकर जून तक पानी का परिवहन करके नगर निगम विभिन्न मोहल्लों में टेंकर
से भेजेगा। इन सब के बीच जिन मोहल्लों में लोग पानी भर लेते है बाद में वहां पर इन टंकियों में पानी भरकर रखा जाता है। लेकिन अब तक मोहल्लों में ये टंकियां नहीं गई है।
टंकियों को लेकर रस्साकस्सी
असल में भाजपा के बहुमत वाले बोर्ड में भाजपा के पार्षद चाहते है कि उनके वार्डो में ये टंकियां आए, जबकि राज्य में सरकार बनने के बाद अधिकारियों पर दबाव बनाकर कांगे्रस चाहती है कि अब उनकी सुनी जाए व टंकियों को उनके वार्डो में भेजा जाए। इन सब के बीच टंकियों को कहां पर भेजा जाए इसको लेकर अब तक निर्णय नहीं हो पाया है। ये टंकियां मोरवानी में ही पड़ी हुई है।
भाजपा इसके लिए जिम्मेदार है
नगर निगम में भाजपा का बहुमत है। ये लोग बहुमत के नाम पर कांगे्रस की आवाज को दबाते रहे है। हम पिछले वर्ष से इन टंकियों को मोहल्लों में रखने की मांग कर रहे है, लेकिन ये सुनना ही नहीं चाहते। अगर एक पखवाडे़ में इस बारे में निर्णय नहीं हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।
– यास्मिन शैरानी, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम
जल्दी निर्णय होगा इस बारे में
जरुरत के अनुसार विभिन्न वार्डो में इनका वितरण किया जाएगा। इस बारे में जल्दी ही निर्णय होगा।
– डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर नगर निगम