रतलाम। समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर किसानों को मोबाइल करके बुलाया तो जा रहा है, लेकिन केंद्रों पर अब भी किसानों के लिए निर्धारित पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित नहीं की गई है। कहीं कहीं तो किसानों के बैठने के लिए जगह नहीं है और ना ही छांव के लिए टेंट लगा रखे है। घंटों तक केंद्रों पर रूकने बाद अगर किसान को चाय-नास्ता की जरुरत हो तो करीब एक से डेढ़ किमी तक जाना पड़ रहा है। शासन निर्देशानुसार गेहूं उपार्जन केंद्रो पर कृषकों के लिए प्रतीक्षा कक्ष, केंटीन, पेयजल एवं फस्र्टएड बॉक्स उपलब्ध होना चाहिए। से उनके समक्ष नि:शुल्क तौल कराई जाएगी। तौल उपरांत टोकन पर्ची जमा कर रसीद प्राप्त करें। कृषकों का उपज का मूल्य सामान्य 3 से 7 दिन के मध्य उनके बैंक खातों में जमा की जाकर सूचना एसएमएस से दी जाएगी।
मंगलवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि समर्थन मूल्य पर जिले में की जा रही गेहूं खरीदी के लिए स्थापित किए गए खरीदी केंद्रों पर तमाम व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहे। वहां गेहूं लेकर आने वाले किसानों को कोई समस्या नहीं आए। कई स्थानों पर देखने में आया है कि धूप में गेहूं की तुलाई की जा रही है यह सुनिश्चित करें कि गेहूं तुलाई या तो शेड के नीचे हो या फिर टेंट लगाया जाए। बैठक में कलेक्टर द्वारा विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से कहा गया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर प्राय: देखा गया है कि विद्युत लाइने नीचे आ गई है इससे दुर्घटना का अंदेशा है। कंपनी द्वारा मेंटेनेंस कार्य काफी धीमी गति से किया जा रहा है। विद्युत वितरण कंपनी अपने कार्य में तेजी लाएं। इस बैठक में सीईओ जिला पंचायत सोमेश मिश्रा, अपर कलेक्टर जितेंद्रसिंह चौहान तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।