रतलाम कृषि उपज मंडी में सोमवार को कृषक समृद्धि योजना का सम्मेलन हुआ। सामान्य प्रशासन मंत्री लालसिंह आर्य भाग लेने पहुंचे। जिले के तीन विधायक सहित भाजपा के नेता व कई पदाधिकारी के साथ प्रशासन व पुलिस महकमा भी मौजूद था, लेकिन आयोजन में व्याप्त अव्यवस्थाओं के कारण किसानों को परेशान होना पड़ा। प्लेटफॉर्म पर टेंट लगाकर पांडाल बना दिया गया, तो किसानों को धूप में अपनी उपज बेचने के लिए मशक्कत कराना पड़ी। कृषक आयोग अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार नाराज हो गए। उन्हें संबोधन के लिए नहीं बुलाया ही नहीं गया। संदला से आए कृषक बंटु बना ने बताया कि मंडी में गेहूं लेकर आया हूं। किसानों को भोजन वितरण हो रहा है तो मैं भी आ गया, लेकिन यहां तो जो पैकेट दिया जा रहा है उसमें पुड़ी बदबूदार थी। अधिकारियों से भोजन पैकेट के वितरण की व्यवस्था संभली नहीं तो, अन्न का अपमान होता रहा। पैकेट से भोजन जमीन पर बिखरा पड़ा रहा, जिसे किसी ने नहीं उठाया। इसके बाद मंडी डायरेक्टर सुरेंद्रसिंह भाटी ने व्यवस्था संभाली और किसानों को व्यवस्थित अधिकारियों के साथ भोजन वितरण किया।
शिवराज की जगह अचानक आ गए रमनसिंह
शाजापुर में आयोजित राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संबोधित किया, जिसका एलईडी के माध्यम से उपस्थित किसानों ने सीधा प्रसारण तो देखा, लेकिन शुरुआत में खराब साउंड, तो कभी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण और बार-बार बंद होती एलइडी के कारण कई किसान उठकर आयोजन स्थल से बाहर जाने लगे, तो अधिकारी वर्ग भी संबंधित कर्मचारी पर नाराज होता नजर आया। सीएम का भाषण शुरू हुआ, दोपहर १ बजकर १४ मिनट पर रूक गया। कार्यक्रम समाप्त हुआ और मंत्री आर्य किसानों को अधूरे प्रमाण पत्र वितरित करके मंच से निचे उतरे और पत्रकारों से चर्चा करने लगे, तभी पाटीदार मंच पर खड़े होकर कलेक्टर से यह कहते नजर आए कि मंत्री जिसके लिए आए थे, उन किसानों के लिए इनके पास समय नहीं है। पाटीदार ने आर्य का वाहन रूकवाकर कहा कि आपने कहा था कि कौन-कौन बोलेगा, इस पर आर्य ने कहा कि मैने नहीं बोला था। मंैने विधायकों से कहा कि थोड़ा दमखम रखो, ये अधिकारी इतने लापरवाह हो गए है। एसपी से बात करो तो आधे मिनट भी बात नहीं करते और फोन रख देते हैं, जैसे जिले के मालिक वही है। इस दौरान एक किसान ने पाटीदार से कहा कि आपने एडीएम को फोन किया था ना वह काम अब तक नहीं किया उन्होंने, इस पर पाटीदार ने कहा कि सही है नहीं करते है ये। एक किसान यह भी कहता नजर आया कि महापौर से संबोधन करवाया, वह क्या जानती है। जबकि कृषक आयोग के अध्यक्ष आप हैं, आपको बोलने तक का मौका नहीं दिया। पत्रकारों ने पाटीदार से इस संबंध में बात की तो उनका कहना था कि हमारी पारिवारिक बात थी, कुछ नहीं हम सुलझा लेंगे, लेकिन इतना जरूर कहना चाहता हूं कि अधिकारी काम और किसान के लिए लापरवाह है।
कोठारी को फिर नहंी बुलाया, नाराजगी बरकरार
भाजपा के वरिष्ठ नेता और वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी का नाम कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में दर्शाया गया, लेकिन कोठारी कार्यक्रम में नजर नहीं आए। कोठारी का कहना था कि कार्यक्रम का बुलावा समय पर नहीं मिला, किसी ने सूचना ही नहीं दी। जब मालूम हुआ तब तक विलंब हो चुका था, इसलिए नहीं गया। कारण पूछने पर कोठारी ने कहा कि लगता है किसी षणयंत्र के कारण कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई। वहीं, कार्यक्रम के अतिथियों में शामिल रहे सांसद सुधीर गुप्ता, कांतिलाल भूरिया, शहर विधायक चेतन्य काश्यप भी शामिल नहीं हुए। विधायक काश्यप दिल्ली के एक कार्यक्रम में होने के कारण नहीं आ पाए तो सांसद गुप्ता का अन्य कार्यक्रम में शामिल होना बताया जा रहा है। कार्यक्रम में जावरा विधायक डॉ. राजेन्द्र पाण्डेय, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, सैलाना विधायक संगीता चारेल, कलेक्टर रूचिका चौहान, महापौर डॉ.सुनीता यार्दे ने संबोधित किया।