यह हृदय विदारक घटना सरवन पुलिस थाने से दस किलोमीटर दूर गांव जान पालिया में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को हुई। गांव में रहने वाले अंकित मुनिया की पत्नी २३ वर्षीय लालीबाई अपने दोनों बेटों के साथ अकेले ही घर में रहती है। उसका पति अंकित किसी टेंट हाउस पर रतलाम में काम करता है और वह पिछले चार-पांच दिनों से रतलाम में ही था। रात में महिला ने अपनी बेटी ५ साल की कल्पना और तीन साल के रविराज को जहर देकर खुद ही घर में बल्ली से रस्सी का फंदा बनाकर उस पर लटक गई। रात में ही रवि की मौत हो गई जबकि फांसी पर लालीबाई मर चुकी थी। सुबह करीब आठ बजे बेटी कल्पना नें मां को फंदे पर लटका देखा तो अपने परदादा वीरजी जो एक खेत दूर ही फलिये में रहते हैं उन्हें जाकर सूचना दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौक पर पहुंचकर शव को उतारा। बाद में बेटे रविवार और महिला लालीबाई के शव को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। महिला के ससुर और अंकित के पिता केसरसिंह मुनिया का कहना है कि वह सुबह रतलाम आ गए थे और तब उन्हें सूचना मिली तो वे गांव पहुंचे। महिला ने कब बच्चों को जहर दिया और कब वह खुद फांसी के फंदे पर लटकी फिलहाल पता नहीं चल पाया है।