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महिला वैज्ञानिक ने लगाया बड़ा आरोप, आरोप के चार दिन बाद कर दिया बर्खास्त

locationरतलामPublished: May 02, 2019 08:11:43 pm

Submitted by:

Ashish Pathak

महिला वैज्ञानिक ने लगाया बड़ा आरोप, आरोप के चार दिन बाद कर दिया बर्खास्त

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रतलाम (जावरा)। जिले के एकमात्र कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र की महिला वैज्ञानिक ने प्रबंधन पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के चार दिन बाद प्रबंधन ने महिला वैज्ञानिक पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने का आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर दिया। जावरा स्थित इस कृषि विज्ञान केंद्र के चेयरमैन कांग्रेस की ओर से जावरा विधानसभा के प्रत्याशी रहे केके सिंह कालूखेड़ा हैं। कालूखेड़ा कांगे्र्रस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी है। महिला ने शिकायती पत्र में प्रताडऩा के लिए संस्था के अध्यक्ष और सचिव को जिम्मेदार बताया है। इसकी शिकायत महिला ने उच्च स्तर पर भी की है, फिलहाल केवीके प्रबंधन ने कार्रवाई के बाद महिला पर कार्यालय में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
प्रताडऩा का आरोप लगाने वाली महिला कालूखेड़ा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र पर जूनियर वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत थी। महिला ने केन्द्र के प्रबंधन पर शोषण और प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए २६ अप्रैल को इस्तीफा दिया। प्रबंधन चार दिन तक कोई निर्णय नहीं ले पाया इसके बाद प्रबंधन ने महिला के खिलाफ सीधे बर्खास्तगी की कार्रवाई कर दी। कृषि विज्ञान केंद्र के सीनियर वैज्ञानिक सर्वेश त्रिपाठी ने बताया कि उक्त महिला 2015 में समस्तीपुर (बिहार) के दस्तावेज के आधार पर कृषि विज्ञान केन्द्र में जूनियर वैज्ञानिक के पद पर नियुक्त हुई थी। जब उसे सीनीयर वैज्ञानिक के पद पर पदोन्नत किया गया तो दोबारा वही दस्तावेज जमा करवाए, जिनकी जांच की गई तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए। दस्तावेज फर्जी होने से उन्हें अयोग्य घोषित करते हुए 30 अप्रैल को पद से बर्खास्त कर दिया गया। त्रिपाठी ने बताया कि महिला के व्यवहार से पूरे केन्द्र का स्टॉफ परेशान था। जब महिला को पद से हटाया गया तो उन्होंने केन्द्र व उसके प्रबंधन को बदनाम करने के लिए झूठी साजिश रची है। उनके द्वारा जो भी आरोप लगाए गए है, ये सभी बेबुनियाद हैं।
वायरल पत्र में यह लिखा
आपकी संस्था में आपके द्वारा मुझे अत्यधिक प्रताडि़त किए एवं करवाये गए। मेरा शोषण किया जाता रहा, मेरे खिलाफ गुटबाजी कर शिकायत किए एवं करवाए, मुझे हर तरह से प्रताडि़त किया। आज मेरे पति को बुलाकर उनके समक्ष मेरे चरित्र पर लांछन लगाकर मेरी पारिवारिक जिंदगी भी नरक बना दी। अत: मैं ऐसी संस्था में कार्य करना नहीं चाहती एवं इसके जिम्मेदार श्रीमान महोदय (आप)हैं। (26 अप्रैल को लिखा गया पत्र)
इनका कहना

जूनियर महिला वैज्ञानिक के दस्तावेजों के संबंध में जांच करने पर दस्तावेज फर्जी निकले। इसी आधार पर बर्खास्त किया गया है। इस्तीफा वाले पत्र के बारे में जानकारी नहीं है।
केकेसिंह कालूखेड़ा, चेयरमैन शिक्षा समिति केवीके ग्राम कालूखेड़ा
पुलिस का मामला नहीं

केवीके की महिला वैज्ञानिक का फोन आया था, वे विभागीय प्रताडऩा की बात कह रही थी, मामला पुलिस के हस्तक्षेप वाला नहीं है, हमने केन्द्र पर महिला गार्ड नहीं लगाए।
– अगम जैन, सीएसपी जावरा
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