रतलाम के नरेंद्र सिंह माहोर नाम के एक युवक ने फेसबुक पर एक लड़की के साथ तस्वीर शेयर कर एक शायरी लिखा। जिसमें उसने लिखा कि इश्क की कहानी में मरे हैं हम, हमारा नाम तारीखों में लिखना। इसी पोस्ट के चार घंटे बाद उसने अपने कमरे में खुद को गोली मार ली।
इससे पहले उसने एक और पोस्ट किया था जिसमें लिखा था कि कब्रों में नहीं हम को किताबों में उतारो, हमलोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं…लेकिन इन दोनों ही पोस्ट का कोई मायने नहीं निकाल सका। लेकिन जानकारी के अनुसार युवक एक लड़की से प्यार करता था। जिससे उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए ही हुई थी। मगर वह लड़की उसे अब इग्नोर करने लगी थी।
किराए के मकान में मारी गोली
नरेंद्र सिंह माहोर ने दोस्त गजेंद्र के तिरुपति नगर स्थित किराए के मकान में खुद को सीने में गोली मारकर आत्महत्या की थी। मकान से गोली की आवाज पर पड़ोसियों ने किराएदार गजेंद्र को सूचना दी और गजेंद्र की सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थआना पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। मौके से पुलिस ने देसी पिस्तौल और खोखा बरामद किया है।
नरेंद्र सिंह माहोर ने दोस्त गजेंद्र के तिरुपति नगर स्थित किराए के मकान में खुद को सीने में गोली मारकर आत्महत्या की थी। मकान से गोली की आवाज पर पड़ोसियों ने किराएदार गजेंद्र को सूचना दी और गजेंद्र की सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थआना पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। मौके से पुलिस ने देसी पिस्तौल और खोखा बरामद किया है।
लड़की के बारे में यह लिखा
दरअसल, युवक ने खुदकुशी से पहले वाट्सएप ग्रुप पर एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उसने खुद को खत्म करने और जिस लड़की से वह प्रेम करता था उसके बारे में कहानी लिखी। वह काफी समय से अच्छे दोस्त रहे हैं और बाद में लड़की ऐसा व्यवहार करने लगी जैसे उसे जानती तक नहीं। और वह उससे इतना प्यार करती थी कि वाहन नहीं होने पर लड़की खुद उसे हॉस्टल लेने आती और छोड़ती थी। यह बात उसके लगभग सभी दोस्तों को भी पता है।
दरअसल, युवक ने खुदकुशी से पहले वाट्सएप ग्रुप पर एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उसने खुद को खत्म करने और जिस लड़की से वह प्रेम करता था उसके बारे में कहानी लिखी। वह काफी समय से अच्छे दोस्त रहे हैं और बाद में लड़की ऐसा व्यवहार करने लगी जैसे उसे जानती तक नहीं। और वह उससे इतना प्यार करती थी कि वाहन नहीं होने पर लड़की खुद उसे हॉस्टल लेने आती और छोड़ती थी। यह बात उसके लगभग सभी दोस्तों को भी पता है।
पोस्ट लिखने के बाद वह नहीं मिला
मृतक नरेंद्र के भाई सौरभ और उसके दोस्त संदीप जाट ने बताया कि फेसबुक और वाट्सएप के कॉलेज ग्रुप पर जो पोस्ट लिखी थी उसके बाद गड़बड़ लगी तो सौरभ और संदीप ढूंढते रहे कि कहीं मिले। नरेंद्र के आखिरी पोस्ट के बाद इसी दौरान करीब साढ़े बारह बजे गजेंद्र का फोन सौरभ और संदीप के पास पहुंचा जिससे उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। दोनों का रोते हुए बुरा हाल हो गया।
मृतक नरेंद्र के भाई सौरभ और उसके दोस्त संदीप जाट ने बताया कि फेसबुक और वाट्सएप के कॉलेज ग्रुप पर जो पोस्ट लिखी थी उसके बाद गड़बड़ लगी तो सौरभ और संदीप ढूंढते रहे कि कहीं मिले। नरेंद्र के आखिरी पोस्ट के बाद इसी दौरान करीब साढ़े बारह बजे गजेंद्र का फोन सौरभ और संदीप के पास पहुंचा जिससे उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। दोनों का रोते हुए बुरा हाल हो गया।
सीने को छेद बाहर निकल गई गोली
नरेंद्र ने गद्दे पर लेटे-लेटे ही देसी रिवॉल्वर से सीधे हाथ से दाहिने हाथ की तरफ सीने पर गोली चलाई। गोली सीने में शरीर को पार करते हुए पीछे से बाहर निकल गई। गोली निकलने के बाद गद्दे में जाकर धंस गई। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
नरेंद्र ने गद्दे पर लेटे-लेटे ही देसी रिवॉल्वर से सीधे हाथ से दाहिने हाथ की तरफ सीने पर गोली चलाई। गोली सीने में शरीर को पार करते हुए पीछे से बाहर निकल गई। गोली निकलने के बाद गद्दे में जाकर धंस गई। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।