ठेठ गांव से आई तो हिचक रही
जिपं की नवनिर्वाचित अध्यक्ष लालाबाई ठेठ गांव की पृष्ठभूमि से आई और एक गृहिणी के रूप में अब तक का उनका जीवन रहा है। ऐसे मंचों पर जाने और बोलने का उन्हें कभी काम ही नहीं पड़ा। इसलिए वे हिचकिचा रही थी और दो शब्द बोलने के बाद वापस सीट पर आकर बैठ गई।
जिपं की नवनिर्वाचित अध्यक्ष लालाबाई ठेठ गांव की पृष्ठभूमि से आई और एक गृहिणी के रूप में अब तक का उनका जीवन रहा है। ऐसे मंचों पर जाने और बोलने का उन्हें कभी काम ही नहीं पड़ा। इसलिए वे हिचकिचा रही थी और दो शब्द बोलने के बाद वापस सीट पर आकर बैठ गई।
कुछ सदस्य नहीं बोल पाए शपथ
कार्यक्रम की शुरुआत में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों का शपथ ग्रहण जिपं सीईओ जमुना भिड़े ने कराया। शपथ ग्रहण के पर्चे सभी को दे रखे थे। ज्यादातर सदस्य तो सीईओ के बोलने के बाद पढ़ते हुए बोल दिए किंतु कुछ सदस्य तो वे शब्द भी नहीं दोहरा सके जो शपथ के लिए लिखे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों का शपथ ग्रहण जिपं सीईओ जमुना भिड़े ने कराया। शपथ ग्रहण के पर्चे सभी को दे रखे थे। ज्यादातर सदस्य तो सीईओ के बोलने के बाद पढ़ते हुए बोल दिए किंतु कुछ सदस्य तो वे शब्द भी नहीं दोहरा सके जो शपथ के लिए लिखे थे।
ये रहे मौजूद
आयोजन के दौरान शहर विधायक चेतन्य काश्यप, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा, विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय, दिलीप मकवाना, पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत, जिपं के निवर्तमान अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा मंच पर मौजूद थे। मंच के सामने कुर्सियों पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता व नेत्रियां थीं।
आयोजन के दौरान शहर विधायक चेतन्य काश्यप, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा, विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय, दिलीप मकवाना, पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत, जिपं के निवर्तमान अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा मंच पर मौजूद थे। मंच के सामने कुर्सियों पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता व नेत्रियां थीं।
कुर्सी पर असहज लगी नई अध्यक्ष
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष लालाबाई असहज लग रही थी। इसके बाद जब वे अपने कार्यालय पहुंची और पूजन के बाद कुर्सी पर बैठी, सामने बड़ी टेबल होने से तब भी उन्हें असहज देखा गया। हालांकि उनके साथ उनके पति शंभूलाल पूरे समय रहे और उन्हें टिप्स देते रहे।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष लालाबाई असहज लग रही थी। इसके बाद जब वे अपने कार्यालय पहुंची और पूजन के बाद कुर्सी पर बैठी, सामने बड़ी टेबल होने से तब भी उन्हें असहज देखा गया। हालांकि उनके साथ उनके पति शंभूलाल पूरे समय रहे और उन्हें टिप्स देते रहे।
यह भी रहा खास
– शपथ ग्रहण कार्यक्रम जिले के प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया की मौजूदगी में होना था। महापौर के शपथ ग्रहण की तरह इस आयोजन में भी वे नहीं पहुंच पाए।
– उपाध्यक्ष सहित भाजपा के सदस्य शपथ लेने तय समय पर नहीं पहुंचे। कई बार फोन लगाने पर भी नहीं किसी ने फोन नहीं उठाया तो चिंता और बढ़ गई थी।
– शपथ ग्रहण कार्यक्रम जिले के प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया की मौजूदगी में होना था। महापौर के शपथ ग्रहण की तरह इस आयोजन में भी वे नहीं पहुंच पाए।
– उपाध्यक्ष सहित भाजपा के सदस्य शपथ लेने तय समय पर नहीं पहुंचे। कई बार फोन लगाने पर भी नहीं किसी ने फोन नहीं उठाया तो चिंता और बढ़ गई थी।
– आयोजन में अतिथि भी देरी से ही पहुंचे इस वजह से कार्यक्रम लेट हुआ। 11.30 से तय था किंतु दोपहर साढ़े 12 बजे बाद आयोजन शुरू हो पाया।
– स्वागत में मंच से नाम नहीं पुकारे जाने से जिपं के दो सदस्यों ने मंच पर स्वागत कराने से मना कर दिया। बाद में जिपं सीईओ ने खुद जाकर उनका स्वागत किया।
– शपथ ग्रहण के बाद जिपं की अध्यक्ष लालाबाई और उनके समर्थक जिपं कार्यालय पहुंचे। अपने चैंबर में पहुंचकर उन्होंने पूजन किया और फिर कुर्सी पर बैठी।
– स्वागत में मंच से नाम नहीं पुकारे जाने से जिपं के दो सदस्यों ने मंच पर स्वागत कराने से मना कर दिया। बाद में जिपं सीईओ ने खुद जाकर उनका स्वागत किया।
– शपथ ग्रहण के बाद जिपं की अध्यक्ष लालाबाई और उनके समर्थक जिपं कार्यालय पहुंचे। अपने चैंबर में पहुंचकर उन्होंने पूजन किया और फिर कुर्सी पर बैठी।