नई दिल्लीPublished: Jul 18, 2018 04:48:25 pm
Saurabh Sharma
शाहबेरी में मौजूदा समय में 100 से ज्यादा बिल्डिंग तैयार हो रही है। एक बिल्डिंग में 16 मकान बनाए जा रहे हैं।
500 करोड़ रुपए का कब्रगाह है ग्रेनाे का शाहबेरी गांव, एेसे बना इतनी मौतों का जिम्मेदार
नर्इ दिल्ली। देश की मोदी सरकार स्मार्ट सिटी योजना पर काम कर रही है। सरकार का दावा है कि बनने वाली 100 स्मार्ट सिटी देश का नक्शा बदलकर रख देगी। वहीं ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी इलाके के हादसे के बाद स्मार्ट सिटी योजना कुछ हजम नहीं हो रही है। ताज्जुब की बात तो ये है कि तीन लोगों का कब्रगाह बने शाहबेरी में जिस तरह से इललीगल रियल एस्टेट का कारोबार चल रहा है। अगर इसे नहीं रोका गया तो आने वाले दिनों में इन मौतों की संख्या आैर भी ज्यादा बढ़ सकती है। अाइए आपको भी बताते हैं आखिर शाहबेरी में रियल एस्टेट का कितना कारोबार है…
500 करोड़ रुपए का है टर्नआेवर
शाहबेरी में अधिकतर रियल एस्टेट कारोबार पूरी तरह से अवैध है। बिल्डरों द्वारा लोगों से अवैध रूप से जमीन खरीदकर या फिर बिना सरकारी परमीशन के प्लाॅटों पर कब्जा कर कारोबार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार शाहबेरी में अवैध रियल एस्टेट का कारोबार 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। जहां युद्घस्तर से काम हो रहा है। लोगों को पाॅवर आॅफ अटाॅर्नी के नाम पर मकान बेचे जा रहे हैं।
100 से ज्यादा बिल्डिंग हो रही है तैयार
शाहबेरी में जिस तरह से बिल्डिंग तैयार हो रही है उससे यही लगता है कि आने वाले समय में वहां पर लंबी-लंबी इमारतें नजर आने लगेंगी। जानकारी के अनुसार शाहबेरी में मौजूदा समय में 100 से ज्यादा बिल्डिंग तैयार हो रही है। एक बिल्डिंग में 16 मकान बनाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार यहां पर एक फ्लैट की कीमत आैसतन 25 लाख रुपए के आसपास है।
100 से ज्यादा बिल्डर
शाहबेरी में मौजूदा समय में 100 से ज्यादा अनरजिस्टर्ड बिल्डर्स अवैध रियल एस्टेट का काराेबार कर रहे हैं। ताज्जुब की बात तो ये है कि इनकी शिकायत होने के बावजूद सरकार आैर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोर्इ ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिसकी वजह से घटिया क्वालिटी के मटिरियल से बिल्डिंग तैयार की जा रही हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
इंदूमा रियलटेक के डायरेक्टर Rishi Singh ने पत्रिका बिजनेस को बताया कि जिस तरह से ग्रेटर नोएडा के इन इलाकों में अवैध तरीके से कारोबार चल रहा है जिसमें कर्ठ बिल्डर्स नियमों को ताक पर रख कर करोड़ों रुपयों की कमार्इ कर रहे हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि अथाॅरिटी आैर सरकार को इसमें दखल देना चाहिए। नहीं तो आने वाले समय में शाहबेरी जैसा कांड हो सकता है।