बायर्स को हो रहा कंफ्यूजन
आपको बता दें कि पिछले एक महीने से जेपी ग्रुप के अटके पड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कई नए-नए प्रपोजल सामने आ रहे हैं, जिसके कारण वोटिंग करने वाले बायर्स को भी काफी कंफ्यूजन हो रहा है। अब बुधवार को अडानी ग्रुप ने अपना प्रस्ताव रखा है। इससे पहले एनबीसीसी और बैंकों के प्रपोजल पर सीओसी (कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स) की मीटिंग हो चुकी है और इ मीटिंग पर बायर्स ने 18 मई तक प्रपोल भी दिया था, लेकिन अचानक से बैंकों का प्रपोजल मिलने के बाद ये वोटिंग यह रुक गई थी।
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बैंकों को दिया था समय
बैंकों के प्रपोजल के बाद NCLT से बैंकों ने 31 मई तक का प्रपोजल लिया था, लेकिन इसी बीच अडानी ग्रुप भी सामने आ गया है। बता दें कि बैंक और NBCC को आपस में चर्चा करने के लिए कुछ दिन का समय दिया गया है। चर्चा के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि वोटिंग के लिए किस का प्रपोजल रखा जाएगा। अडानी का प्रपोजल आने के बाद लोगों के सामने और भी बड़ा संकट खड़ा हो गया है कि वह लोग किसको चुनें।
गुरुवार की मीटिंग में लिया जाएगा निर्णय
आज यानी गुरुवार को होने वाली इस मीटिंग में चर्चा की जाएगी कि किसके प्रपोजल की मंजूरी मिलेगी। जो फाइनल होगा 31 मई के बाद किसी दिन की तारीख तय होकर उसी के लिए जेपी के बायर्स वोटिंग करेंगे और उसी वोटिंग के आदार पर फैसला लिया जाएगा।
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