मेरा मानना है कि पिछले एक दशक में यह पहला मौका है जब इतनी तरह की रियायतें एक साथ घर खरीदारों को मिल रही है। वहीं दूसरी ओर प्रॉपर्टी की कीमत लंबे समय से स्थिर बनी हुई है। इस मौके का फायदा उठाकर घर खरीदने की तैयारी कर रहे लोग अच्छी प्रॉपर्टी कम कीमत में खरीद सकते हैं। ऐसा इसलिए कि होम लोन की दर अपने निचले स्तर पर पहुंच गया है। इसके साथ जीएसटी घटने और प्रॉपर्टी की कीमत नहीं बढ़ने से भी खरीदारों को बड़ी बचत का मौका है। अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप आपको रेडी टू मूव और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी खरीदने का विकल्प दिल्ली-एनसीआर के प्राइम लोकेशन पर उपलब्ध करा रहा है।
मौजूदा वक्त में प्रॉपर्टी खरीदने पर मिलेंगे ये सारे फायदें 1. रेपो रेट घटने से होम लोन लेना सस्ता हुआ 2. कम ईएमआई दे कर बड़ा घर खरीद सकते हैं खरीदार 3. जीएसटी घटने से घर खरीदने पर बड़ी बचत का मौका
4. पीएमवाई के तहत पहली दफा घर खरीदार 2.67 लाख की बचत 5. प्रॉपर्टी की कीमत घटकर सालाना आय के छह से आठ गुने पर आई 6. महंगाई के मुकाबले तुलना करें तो प्रॉपर्टी करीब 25 फीसदी सस्ती हुई
देर करना सही नहीं होगा अगर आप अपने सपने का आशियाना लेना चाहते हैं तो अब इंतजार नहीं करना चाहिए। यह पहला अवसर है जब एक साथ इतने तरह के फायदे मिल रहे हैं। जीएसटी घटने से प्रॉपर्टी पर बड़ी बचत हो रही है। हालांकि, इससे डेवलपर्स को नुकसान होगा लेकिन बाजार में सुस्ती की वजह से वह कीमतें में इजाफा नहीं करेंगे। लेकिन आने वाले महीनों में इसमें बढ़ोतरी हो सकती है। उससे पहले घर खरीद कर उपभाक्ता बड़ी बचत कर सकते हैं।
इस तरह कम होगी ईएमआई भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लगातार दो बैठकों में रेपो रेट में कटौती के बाद बैकों पर ब्याज दरों को कम करने का दबाव बढ़ गया है। आरबीआई इससे पहले भी बैंकों के समक्ष रेपो रेट में कटौती का लाभ ग्राहकों को नहीं दिए जाने को लेकर चिंता जता चुका है। वहीं एक अप्रैल से बैंकों को फ्लोटिंग रेट लोन्स के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्क का अपनाना होगा। इससे फ्लोटिंग रेट पर होम और ऑटो लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ा फायदा मिलेगा।
सही प्रॉपर्टी का चुनाव इस तरह करें रेरा और जीएसटी आने स बाजार में पारदर्शिता जरूर बढ़़ी है। लेकिन अभी भी कुछ दिक्कत है। इसलिए वैसे डेवलपर्स का चुनाव करें जिसने पहले से प्रोजेक्ट बना कर दिए हैं और जिसका बाजार में साख अच्छा है। आप प्रोजेक्ट का लोकेशन और डेवपलर की हिस्ट्री, कीमत आदि को देखते हुए सही प्रॉपर्टी का चुनाव करें। सिर्फ कीमत को खरीदने का पैमाना नहीं बनाएं।