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आम्रपाली घोटाला: सुप्रीम कोर्ट हुआ सख्त, सभी जिम्मेदार लोगों पर होगी कार्रवाई

locationनई दिल्लीPublished: May 02, 2019 07:30:35 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

सुप्रीम कोर्ट ने फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट को स्वीकारा
रिपोर्ट में दावा 3500 करोड़ रुपए की हुई हेरा फेरी
रिपोर्ट के अनुसार आम्रपाली ग्रुप की हैं 46 रजिस्टर्ड कंपनियां

Amrapali Group

आम्रपाली घोटाला: सुप्रीम कोर्ट हुआ सख्त, सभी जिम्मेदार लोगों पर होगी कार्रवाई

नई दिल्ली। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि आम्रपाली घोटाले में शामिल सभी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आम्रपाली ग्रुप ने जितनी आसमान की ऊंचाई है वहां तक होम बायर्स के साथ फ्रॉड किया है। इसमें शामिल सभी प्रभावशाली लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। होम बायर्स ने काफी परेशानी का सामना किया है। ऐसे में उन सभी आपराधिक कार्रवाई जाएगी, जो इसमें मामले शामिल हैं। आपको बता दें कि इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यूयू ललित की बेंच कर रही है।

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फॉरेंसिक ऑडिट में हुआ था यह खुलासा
इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई फरेंसिक ऑडिटर्स की टीम ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए कहा था कि आम्रपाली बिल्डर्स ने होम बायर्स के 3,500 करोड़ रुपए की हेरा फेरी की है। इसके अलावा यह भी जानकारी दी थी कि होम बायर्स ने जो रुपए दिए थे, उन रुपयों से कंपनी के मालिक और डायरेक्टर्स ने किस तरह से फायदा लिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि आम्रपाली ग्रुप की 46 रजिस्टर्ड कंपनियां हैं और इन्होंने करीब 3,500 करोड़ रुपये डायवर्ट किए हैं। सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने इस रिपोर्ट को स्वीकर करते हुए दिल्ली पुलिस को रिपोर्ट की कॉपी लेने और छानबीन करने के आदेश दे दिए हैं। आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा और दो अन्य डायरेक्टर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये अभी भी हिरासत में हैं।

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सुप्रीम कोर्ट ने उठाया अहम सवाल
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अहम सवाल उठाते हुए कहा कि कि जब प्रमोटर्स ने एक रुपया निवेश नहीं किया तो कैसे वे मालिकाना हक दावा कर सकते हैं? क्या उनके पास संपत्ति का अधिकार बचता है? वहीं कोर्ट ने कहा कि एक मैकेनिज्म तैयार कूरने को कहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि इस मैकेनिज्म में बायर्स का इंट्रेस्ट प्रोटेक्ट होना चाहिए। बैंक और नोएडा अथॉरिटी के हितों को सुरक्षित किया जाना चाहिए।

 

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