Published: Jul 08, 2018 02:22:55 pm
Saurabh Sharma
यूपी सरकार ने नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शंस कॉर्पोरेशन से नोएडा आैर एनसीआर के बाकी शहरों में लंबे समय से लटके प्रोजेक्ट्स के खाली पड़े फ्लैटों को खरीदने की संभावनाएं तलाशने को कहा है।
खुशखबरी, आपके आशियाने को दिलवाने के लिए सरकार ने बढ़ाया कदम, अब सभी प्रोजेक्ट्स होंगे पूरे
नर्इ दिल्ली। अगर आप नोएडा-एनसीआर में अपने आशियाने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं आैर बिल्डर आपको कर्इ सालों से टालने का प्रयास कर रहा है तो अब आपके लिए राहत के लिए खबर आर्इ हैं। यूपी सरकार ने सरकारी निर्माण संस्था नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शंस कॉर्पोरेशन से नोएडा आैर एनसीआर के बाकी शहरों में लंबे समय से लटके प्रोजेक्ट्स के खाली पड़े फ्लैटों को खरीदने की संभावनाएं तलाशने को कहा है। वहीं कंपनी से इन अपार्टमेंट्स को बेचने के लिए भी कहा है ताकि सभी प्रोजेक्ट्स को समय से किया जा सके। इनमें से कई प्रोजेक्ट्स बीते 13 सालों से पाइपलाइन में हैं।
पैनल करेगा निगरानी
जानकारों की मानें तो इसकी शुरुआत केंद्रीय आवास सचिव डीएस मिश्रा के नेतृत्व वाले पैनल के जरिए होगी। यह पैनल नोएडा और दिल्ली के आसपास के इलाकों में लटके यूनिटेक, आम्रपाली, जेपी ग्रुप और थ्रीसी कंपनी के प्रॉजेक्ट्स की निगरानी करेगा। आम्रपाली ग्रुप के अलावा जेपी इन्फ्राटेक के भी कई प्रॉजेक्ट्स इन्सॉल्वेंसी कोड के तहत कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।
काम रोककर बैठे हुए है बिल्डर
वहीं दूसरी आेर कर्इ प्रोजेक्ट्स के बिल्डर्स सरकारी नीतियों का हवाला देते हुए काम रोककर बैठे हुए हैं। जबकि होमबायर्स और सरकार ने उनके इन दावों को खारिज किया है। इसके अलावा मार्केट में मंदी के चलते भी फ्लैट्स की डिमांड में कमी आई है और बैंकों से लोन मिलने में भी मुश्किलें आ रही हैं।
होमबायर्स हैं परेशान
वहीं पिछले 10 सालों से होमबायर्स काफी परेशान हैं। नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर एक होमबायर्स ने बताया कि एक नामी बिल्डर के यहां उन्होंने 2008 में थ्री बीएचके का फ्लैट बुक कराया था। लेकिन अभी तक उन्हें फ्लैट का पजेशन नहीं मिला है। मैंने किराए का मकान भी लिया हुआ। किस्त आैर किराया दोनों चुकाने पड़ रहे हैं। 90 फीसदी से ज्यादा रुपया देने के बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि उनके साथ एेसे सैंकड़ों लोग हैं जो अपने फ्लैट का इंतजार कर रहे हैं।
नहीं है रहने लायक मकान
वहीं दूसरी आेर जिन प्रोजेक्ट्स में देरी हो रही है तो बिल्डर एेसे लोगों को दूसरी जगह पजेशन देने को भी तैयार हैं। लेकिन उन फ्लैट्स की हालत काफी खस्ता है। होम बायर राकेश मिश्रा बताते हैं कि उन्होंने अब से 6 साल पहले जिस लोकेशन पर फ्लैट बुक कराया था वहां मैट्रो स्टेशन प्रपोस्ड था। वहां मैट्रो स्टेशन का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन फ्लैट अभी तक नहीं मिला। अब बिल्डर दूसरी जगह पजेशन देने काे तैयार है। लेेकिन वहां की हालत काफी खस्ता है। साथ ही लोकेशन भी भी अच्छी नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि यूपी सरकार का यह फैसला लाखों होम बायर्स के लिए कितना लाभकारी साबित होता है।