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अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत इतने शहरों में मिलेगा ‘अपना जमीन अपना मकान’

locationनई दिल्लीPublished: Aug 10, 2018 11:03:14 am

Submitted by:

manish ranjan

मोदी सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग योजना की कामयाबी को देखते हुए अब कई निजी कंपनियां भी अफोर्डेबल हाउसिंग पर फोकस कर रही है।

Prasoon Chauhan

अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत इतने शहरों में मिलेगा ‘अपना जमीन अपना मकान’

नई दिल्ली। मोदी सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग योजना की कामयाबी को देखते हुए अब कई निजी कंपनियां भी अफोर्डेबल हाउसिंग पर फोकस कर रही है। इसी कड़ी में देश की दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी एटीएस की सहायक होमक्राफ्ट देश के कई शहरों में अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत आपके अपने घर के सपने को साकार करने जा रही है। इस योजना के तहत कंपनी केवल 10 से 30 लाख में आपके सपने को साकार करने वाली है। इसी विषय पर पत्रिका के मनीष रंजन ने होमक्राफ्ट के सीईओ प्रसून चौहान से खास बातचीत की… आइए जानते हैं कैसे पूरा होगा आपका सपना..
Q. अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत होमक्राफ्ट किस तरह के मकान बना रहा है

A. देखिए ATS का हमेशा एक मोटो रहा है वैल्यू फॉर मनी.. इसी को देखते हुए हए हमारी सहायक कंपनी होमक्राफ्ट देशवासियों को 10 से 30 लाख रुपए में टियर 3 और टियर 4 शहरों में मकान उपलब्ध करा रहा है। इसमें खास बात यह है कि इस स्कीम में हर वर्ग के लिए हर तरह के मकान मिलेंगे।
Q. किसी भी खरीददार को घर बुक करने से पहले आपके नजर में किस चीज को देखना चाहिए

A. किसी भी प्रोजेक्‍ट में फ्लैट बुक करने से पहले खरीदार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उस प्रोजेक्‍ट को सभी विभागों से कानूनी मंजूरी मिली हुई है। अगर मिली हुई तो यह जांच करें कि निर्माण स्वीकृत योजनाओं के अनुरूप है या नहीं। वहीं, स्वीक़ृति नहीं मिली है या स्वीक़ृति के अनुरूप निर्माण नहीं तो उस प्रोजेक्‍ट में कतई फ्लैट बुक न करें।
Q. रियल एस्टेट सेक्टर में जीएसटी और नोटबंदी का खासा असर देखने को मिला, आपके ग्रुप पर इसका क्या प्रभाव रहा।

A. नोटबंदी का शुरुआती असर हर सेक्टर पर देखने को मिला। लेकिन अब हालात सामान्य हो चुके हैं। वही बात जीएसटी की करें तो सरकार का यह रिफॉर्म वाकई शानदार रहा है। आपको बता दूं कि जीएसटी के बावजूद भी एटीएस ने 20 से 25 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है।
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