केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राज्य सरकार को एेसे अतिरिक्त पात्र लाभार्थियों के लिए फिर से सर्वे कराने और उनका नाम जोडऩे के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण विकास विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही पंचायतों को सर्वे करा अतिरिक्त लाभार्थियों की सूची बनाई जाएगी। इसके लिए पात्र व्यक्ति को पंचायत पर दावा पेश करना होगा। इस सूची को पंचायतों के अनुमोदन के बाद 31 मार्च तक केन्द्र को भेजा जाएगा, जहां अंतिम फैसला होगा।
अभी तक प्रदेश में वर्ष 2019 तक 6.75 लाख आवास मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि सेक सूची में पात्र लाभार्थियों की संख्या प्रदेश में 16.84 लाख बताई गई है। एक और मौका देने के बाद वरीयता सूची में बड़ी संख्या में नए नाम जुडऩे का अनुमान है।
आवास योजना में जिन परिवारों को अनिवार्य रूप से पात्र माना गया है, उनमें आश्रयविहीन परिवार, बेसहारा एवं भीख मांगने वाले परिवार, हाथ से मैला ढोने वाले, आदिम जनजातीय समूह और वैधानिक रूप से मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूर शामिल हैं।