अपने बच्चे के हर छोटे-बडे़ मूवमेंट को संजो कर रखना न्यूक्लियर पैरेंटिंग का एक अहम हिस्सा है। बच्चे के सोने से लेकर हंसने और खेलने के सभी मूवमेंट्स को इन दिनों खास तरीके से कै प्चर किया जा रहा है। यहां तक कि स्पेशल बेबी फोटोशूट ऑर्गेनाइज करवाए जाते हैं। इस बेबी फोटोशूट को प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स नेक्स्ट लेवल पर पहुंचा रहे हैं। इंफैंट फोटोग्राफी में ऐसे प्रॉप्स और टेक्निक्स का यूज हो रहा है, जिसमें बच्चे भी डिफरेंट अंदाज में नजर आ रहे हैं।
हाइजीन का खास ध्यान
न्यूबॉर्न बेबी के फोटोशूट में हाइजीन का विशेष ध्यान दिया जाता है। खासकर एक से 15 दिन के बच्चों की फोटोग्राफी के लिए विशेष टेक्नीक चाहिए होती है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर फैजान हाशमी बताते हैं कि एक जमाना था जब बच्चों की फोटोग्राफी सिर्फ एक तरह की होती है, जिसमें उन्हें स्टूडियों में कुछ टॉयज के साथ फोटो खींची जाती है, लेकिन अब ऐसा नहीं है, बच्चों की फोटोज खींचने से पहले हाइजिन का विशेष ध्यान दिया जाता है। आउटडोर फोटोशूट में भी ऐसी जगहों को प्रिफरेंस दी जाती हैं, जो पूरी तरह हाइजिन और नॉनटॉक्सिक हो और बच्चों को किसी तरह की तकलीफ ना हो।
न्यूबॉर्न बेबी के फोटोशूट में हाइजीन का विशेष ध्यान दिया जाता है। खासकर एक से 15 दिन के बच्चों की फोटोग्राफी के लिए विशेष टेक्नीक चाहिए होती है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर फैजान हाशमी बताते हैं कि एक जमाना था जब बच्चों की फोटोग्राफी सिर्फ एक तरह की होती है, जिसमें उन्हें स्टूडियों में कुछ टॉयज के साथ फोटो खींची जाती है, लेकिन अब ऐसा नहीं है, बच्चों की फोटोज खींचने से पहले हाइजिन का विशेष ध्यान दिया जाता है। आउटडोर फोटोशूट में भी ऐसी जगहों को प्रिफरेंस दी जाती हैं, जो पूरी तरह हाइजिन और नॉनटॉक्सिक हो और बच्चों को किसी तरह की तकलीफ ना हो।
मंथ वाइज फोटोग्राफी
शहर में बच्चों की मंथ वाइज फोटोग्राफी का भी ट्रेंड बढ़ा है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर अदियेन्द्र सोलंकी बताते हैं कि वन ईयर फोटोग्राफी के साथ-साथ मंथ वाइज फोटोग्राफी भी की जा रही है। पैरेंट्स हर मंथ बच्चों के फोटोशूट करवाते हैं। शूट पहले से ही डिजाइन किए जा रहे हैं, जो थीम बेस्ड होते हैं।
शहर में बच्चों की मंथ वाइज फोटोग्राफी का भी ट्रेंड बढ़ा है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर अदियेन्द्र सोलंकी बताते हैं कि वन ईयर फोटोग्राफी के साथ-साथ मंथ वाइज फोटोग्राफी भी की जा रही है। पैरेंट्स हर मंथ बच्चों के फोटोशूट करवाते हैं। शूट पहले से ही डिजाइन किए जा रहे हैं, जो थीम बेस्ड होते हैं।
पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ रहा चलन
शहर में पांच से 10 दिन के बच्चों के फोटोशूट का ट्रेंड पिछले चार से पांच सालों में तेजी से बढ़ गया है। कई पैरेंट्स तो बच्चे के होने के बाद हॉस्पिटल में ही फोटोशूट करवाते हैं, ताकि न्यूबॉर्न के खास पलों को संजो कर रखा जा सके। फैशन फोटोग्राफर नवीन शर्मा बताते हैं कि कुछ सालों पहले तो सिर्फ स्टूडियों में दो-चार प्रॉप्स के साथ फोटोशूट किया जाता था, लेकिन अब चेंज हो गया है। पैरेंट्स भी बेबी फोटोशूट में शामिल होने लगे हैं।
शहर में पांच से 10 दिन के बच्चों के फोटोशूट का ट्रेंड पिछले चार से पांच सालों में तेजी से बढ़ गया है। कई पैरेंट्स तो बच्चे के होने के बाद हॉस्पिटल में ही फोटोशूट करवाते हैं, ताकि न्यूबॉर्न के खास पलों को संजो कर रखा जा सके। फैशन फोटोग्राफर नवीन शर्मा बताते हैं कि कुछ सालों पहले तो सिर्फ स्टूडियों में दो-चार प्रॉप्स के साथ फोटोशूट किया जाता था, लेकिन अब चेंज हो गया है। पैरेंट्स भी बेबी फोटोशूट में शामिल होने लगे हैं।
पैरेंट्स की खास भागीदारी
शहर में इन दिनों एक नया ट्रेंड भी देखा जा रहा है। पैरेंट्स एक नए एंगल से अपने बच्चों का फोटोशूट कर रहे हैं। इसके लिए वो यूट्यूब या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिएटिव फोटोग्राफी सीख रहे हैं। सोशल साइट्स पर अपलोड बच्चों के डिफरेंट फोटोशूट से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। पैरेंट्स थ्रीडी लुक देने के लिए घर में अवेलेबल प्रॉप्स का यूज करते हैं। भांकरोटा निवासी मुनमुन बताती हैं कि उन्होंने अपने बेटे के डिफरेंट फोटोशूट किया हैं, जिसमें उन्होंने यूट्यूब की मदद ली है।
शहर में इन दिनों एक नया ट्रेंड भी देखा जा रहा है। पैरेंट्स एक नए एंगल से अपने बच्चों का फोटोशूट कर रहे हैं। इसके लिए वो यूट्यूब या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिएटिव फोटोग्राफी सीख रहे हैं। सोशल साइट्स पर अपलोड बच्चों के डिफरेंट फोटोशूट से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। पैरेंट्स थ्रीडी लुक देने के लिए घर में अवेलेबल प्रॉप्स का यूज करते हैं। भांकरोटा निवासी मुनमुन बताती हैं कि उन्होंने अपने बेटे के डिफरेंट फोटोशूट किया हैं, जिसमें उन्होंने यूट्यूब की मदद ली है।