हरियाणा की एक जगह है वहां एक प्रसिद्ध स्थल है यह स्थल में कुरुक्षेत्र है। इस शक्तिपीठ देवीकूप भद्रकाली शक्तिपीठ स्थापित है यह पूरे हरियाणा एकमात्र है। सिर्फ यह ही नहीं इस जगह का खास संबंध और महत्व भगवान श्रीकृष्ण और महाभारत के युद्ध के समय से माना जाता है। यह उन्हीं स्थलों में से एक है जहां देवी सती का दायां पैर गिरा था। जब देवी सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव देवी का देह लेकर क्रोध में ब्रह्मांड में घूमने लगे तो भगवान विष्णु को भय हुआ के सती को खो देने के रोष में शिव जी कहीं सृष्टि को विनाश न कर दें इसीलिए देवी के प्रति भगवान शिव का मोह तोड़ने के लिए अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को 52 हिस्सों में काट दिया। पूरे भारत वर्ष में जहां-जहां देवी सती के शरीर के अंग गिरे थे, वहां-वहां देवी के 52 नाम के शक्तिपीठ स्थापित हुए। और कुरुक्षेत्र के जिस शक्तिपीठ की बात हम कर रहे हैं वहां पर देवी सती का दायां पैर जो कि घुटने के नीचे का भाग था वह जाकर गिरा।