वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुरु ग्रह देवताओं के स्वामी ग्रह हैं। गुरु मीन और धनु राशि का स्वामी है। गुरु कर्क में उच्च और मकर में नीच के होते हैं। यह आकाश तत्व के ग्रह हैं।
गुरु उच्च शिक्षा दिलाते है और शुभ गुरु ही अच्छा ज्योतिष बनाता है। गुरु का मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव होता है तभी गुरु को ज्ञान का कारक कहा गया है।
ऐसे में गुरु 29 मार्च 2020 से शनि की राशि मकर में गोचर करते हुए, 30 जून 2020 को पुन: धनु राशि में लौट आएंगे, और फिर यहीं 20 नवंबर 2020 तक गोचर करेंगे।
20 नवम्बर 2020 को गुरु वापिस मकर राशि में गोचर करेंगे। 2020 साल के अंत तक गुरु का संचार मकर राशि में ही रहेगा।
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धनु राशि में गुरु के प्रवेश से सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। आइये जानते हैं आप सब की राशियों पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर जो शुभ होगा या अशुभ, साथ ही दुष्प्रभावों से बचाव के उपाय…
1. मेष राशि पर असर :
इस गोचर के प्रभाव से आपको पूर्णतः गुरु का आशीर्वाद मिल रहा है, इस दौरान आपको धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में सफलता मिलेगी, बल्कि कार्यक्षेत्र में भी तरक्की होगी। वहीं ऑफिस में बॉस भी आपके कार्य से खुश रहेंगे।
आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और मानसिक रुप से भी सुकून का अनुभव करेंगे। ज़मीन से जुड़े कार्य में फायदा होगा और निवेश करने से भी लाभ होगा। नये घर का सपना भी सच होगा। वैवाहिक सुख में भी बढ़ोत्तरी होगी। शिक्षा के क्षेत्र में आपकी मेहनत सफल होगी। साल अंत में आर्थिक स्थिति बेहतर होने से धन की भी बचत होगी।
उपाय: प्रतिदिन अपने मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं और हर गुरुवार केले के वृक्ष की पूजा करें।
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2. वृषभ राशि पर असर :इस समय गुरु आपके अष्टम भाव में रहेंगे, अष्ट भाव को आयु भाव भी कहा जाता है। इस दौरान अष्टम भाव में गुरु रहस्यों के प्रति आपकी रुचि को बढ़ाएगा। किसी रहस्य को जानने की इच्छा तीव्र होगी। लेकिन सेहत से जुड़ी परेशानी भी आपको रह सकती हैं। ससुराल पक्ष से आपको कोई कीमती तोहफा मिल सकता है।
इस समय गुरु आपसे सप्तम भाव में रहेंगे। जिसके चलते अचानक किसी महिला मित्र की सहायता से धन लाभ के साथ नये कार्य में भी रुचि होगी। वहीं आपकी शादीशुदा जीवन में खुशियां आएंगी। व्यापार में साझेदारी से भी लाभ मिलेगा। अगर आप शोध के कार्य से जुड़े हैं तो उसमें भी आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
4. कर्क राशि पर असर :
गुरु आपके षष्ठम भाव में रहेंगे। इस गोचर में गुरु आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालते हुए आपको पेट में कोई नयी समस्या खड़ी कर सकता है। वहीं आपका जीवन साथी के साथ आपका मतभेद हो सकता है। परिवार में किसी से मतभेद की वज़ह से मानसिक तनाव हो सकता है।
ऐसे में आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। अपने शत्रुओं की चाल से भी बचकर रहें, क्योंकि वे आपको नुकसान पहुंचाने की भरसक कोशिश कर सकते हैं।
उपाय: प्रत्येक बृहस्पतिवार को नियमित रूप से व्रत रखें और पांच मुखी रुद्राक्ष पीले रंग के धागे में गले में धारण करें।
5. सिंह राशि पर असर :
यह समय शिक्षा के लिए बेहतर रहेगा। इस समय मनचाहा परिणाम मिलेगा और विषय के चुनाव में भी सीनियर की मदद मिलेगी। यह समय आपको उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सफलता दे सकता है। प्रेम जीवन में आपको कामयाबी मिलेगी। रिश्ते में प्रेम की बयार बहेगी। साथी से रोमांस करने का मौका मिलेगा। संतान प्राप्ति की संभावना है।
अभी नौकरी में कोई बदलाव न करें नही तो जहां अभी काम कर रहे हैं, वहां से भी हाथ धो बैठेंगे। अगर आपके कोई विरोधी हैं तो इस समय में आप सावधान रहें। जीवन साथी के साथ मतभेद दूर होंगे। कर्ज़ के लेन देन में सावधानी रखें।
उपाय: नियमित रूप से भगवान शिव की आराधना करते हुए उन्हें गेहूं अर्पित करें। साथ ही बृहस्पतिवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
6. कन्या राशि पर असर :
आपके चतुर्थ भाव में इस समय गुरु रहेंगे। ऐसे में वह आपके सुख-संसाधनों में वृद्धि करेगा। वहीं कोई पुराना रुठा हुआ साथी वापिस आपकी जिंदगी में आ सकता है जिससे आपके जीवन में प्यार की बहार भी लौट आएगी। साल के अंत में मनचाहे साथी से विवाह भी सम्पन्न हो सकता है।
यदि आपकी माता की सेहत नाजुक चल रही है तो उन्हें गोचर के प्रभाव से स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। परिवार में सुख-शांति का वातावरण देखने को मिलेगा। चौथे भाव में गुरु आपकी प्रॉपर्टी में वृद्धि करेगा।
उपाय: बृहस्पतिवार के दिन अपने गले में सोने की चेन पहनें व बेसन का हलवा बनाकर भगवान विष्णु को भोग लगांए और फिर उसे प्रसाद स्वरूप बांटने के बाद खुद ग्रहण करें।
7. तुला राशि पर असर :
यह गुरु इस समय आपके तृतीय भाव में रहेगा। जिसके कारण यह आपके लिए शुभ साबित होगा। व्यवसाय को लेकर कुछ चुनौतियों का सामना करते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ें तभी आगे चल कर तरक्की के रास्ते खुलेंगे। आर्थिक स्थिति बेहतर होने से आप कोई बड़ी भौतिक वस्तु ख़रीद सकते हैं।
वहीं इस समय आपके छोटे भाई बहनों को कामयाबी मिलने की प्रबल संभावना है। गुरु के शुभ प्रभाव से आपके आत्म विश्वास में वृद्धि होगी। अपने साहस के बल पर आप इस अवधि में कोई बड़ा कार्य संपन्न कर सकते हैं।
इस समय गुरु आपसे दूसरे यानि धन के भाव में रहेंगे। धन में बचत के साथ ही इस समय आपको विभिन्न स्रोतों से धन प्राप्त होगा। गुरु के मार्गी होने पर सब समस्याएं खुद ही हल हो जाएंगी। आप अपने गुस्से को काबू कर पाने में सफल होंगे। वैवाहिक जीवन में साथी के साथ सुखद समय बना रहेगा और आपसी प्रेम भी बढ़ेगा। घर में सुख शांति का वातावरण देखने को मिलेगा।
9. धनु राशि पर असर :
आपकी राशि गुरु की स्वराशि है। आपकी राशि में गुरु का प्रवेश उत्तम होगा। इस दौरान आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। आप अपने नैतिक मूल्यों को सर्वोपरि रखेंगे। आर्थिक जीवन में आपको तरक्की मिलेगी। आप अपनै ज्ञान और नैतिक मूल्यों के बल समाज में मान-सम्मान पाएंगे। बहुत ही सोच समझ कर कदम उठायें। किसी से धन लेना है तो यह समय बेहतर रहेगा।
उपाय: किसी जानकार की सलाह पर पुखराज रत्न धारण करना चाहिए।
10. मकर राशि पर असर :
गुरु ग्रह आपकी राशि से बारहवें और तृतीय भाव के स्वामी हैं। वहीं इस समय ये आपसे 12वें यानि व्यय भाव में स्थित रहेंगे। जिसके चलतेआपके खर्चों को बढ़ाएंगे। आपके पास धन तो आएगा, लेकिन वह आपके हाथों पर नहीं रुकेगा। आर्थिक फैसले ध्यान लें अन्यथा आपको धन हानि भी हो सकती है।
व्यवसाय के लिए समय उत्तम नहीं है। इस दौरान किसी तरह के निवेश के बारे में न सोचें। साल के अंत में किसी पुराने मित्र से सावधान रहें। पैसे के लेन की वज़ह से विवाद हो सकता है। जिससे पुरानी दोस्ती भी खत्म हो सकती है।
उपाय: पीपल के वृक्ष की जड़ को धारण करें।
11. कुम्भ राशि पर असर :
गुरु आपकी राशि से एकादश और द्वितीय भाव के स्वामी हैं। इस गोचर के दौरान धन का लाभ होगा और आपके रुके काम बनेंगे। इस वर्ष आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। इस समय आप कोई उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। बड़े भाई-बहनों से प्रेम भाव बढ़ेगा। आवश्यकता पड़ने पर वे आपकी सहायता कर सकते हैं।
साल के अंत में अचानक किसी दुर्घटना होने के योग नज़र आ रहे हैं इसलिए वाहन बहुत ही सावधानी से चलायें। नौकरी बदलने के लिए कोई नया अवसर मिल भी रहा है तो सितम्बर के बाद ही शुरुआत करें।
उपाय: हर बृहस्पतिवार को पीपल के वृक्ष को स्पर्श किए बिना जल चढ़ाएं और पीले चावल बना कर माता सरस्वती को भोग लगाएं।
12. मीन राशि पर असर :गुरु ग्रह आपकी राशि और आपकी राशि से दशम भाव के स्वामी हैं और इस दौरान आपकी राशि से दशम भाव में ही गोचर करेंगे। यह गुरु आपके कार्य में आपको सफलता दिलाएगा और आपके कार्य- क्षेत्र में आपकी नई पहचान बनाने में मदद करेगा। अगर आप शिक्षा विभाग से जुड़े हैं तो यह आपके लिए सोने पर सुहागा जैसा हो सकता है। कार्य में तरक्की मिलने से आपका मन भी प्रसन्न रहेगा।