शुभ मुहूर्त: आज उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में यथाआवश्यक विवाह, गृहारम्भ व गृहप्रवेश अति आवश्यकता में (भद्रा व वैधृति दोष) तथा वधू-प्रवेश (वैधृति के बाद) आदि के शुभ
मुहूर्त हैं। श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज सूर्योदय से प्रात: 8.09 तक अमृत, प्रात: 9.30 से पूर्वाह्न 10.50 तक शुभ तथा दोपहर बाद 1.32 से सूर्यास्त तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं 11.49 से 12.32तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारंभ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज महावीर स्वामी दीक्षा दिवस (जैन) तथा वैधृति पुण्यं है। चन्द्रमा: चन्द्रमा सायं 6.01 तक सिंह राशि में, इसके बाद कन्या राशि में रहेगा। दिशाशूल: सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। पर आज सिंह राशि के चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा यात्रा में सम्मुख होगा। यात्रा में सम्मुख चन्द्रमा धनलाभ कराने व शुभप्रद माना गया है। राहुकाल: प्रात: 7.30 से 9.00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (टू,टे,टो,प,पी) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। सायं 6.01 तक जन्मे जातकों की जन्म राशि सिंह व इसके बाद जन्मे जातकों की जन्म राशि कन्या है। इनके जन्म का नक्षत्र पाया रजत है। सामान्यत: ये जातक धनवान, प्रतिभावान, कलाकार, शत्रुजयी, निपुण, मृदुभाषी, प्रतिष्ठित लोगों के संपर्क में रहने वाले तथा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी सरकारी काम से सम्बंध रखने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 28 से 32 वर्ष की आयु तक होता है। सिंह राशि वाले जातकों को आज अपनी विशेष युक्ति से धनलाभ प्राप्त होगा।