1. अभिमान ना करें
विदुर नीति के अंतर्गत महात्मा विदुर ने कहा है कि,मनुष्य को कभी भी किसी बात को लेकर घमंड नहीं करना चाहिए। अभिमान में चूर ऐसा व्यक्ति जो हर वक़्त केवल अपनी तारीफ करने के साथ ही अन्य लोगों को अपने आप से कम समझता है, उसे कोई पसंद नहीं करता है। सब उस व्यक्ति से कटे-कटे रहने लगते हैं। इसलिए आज ही अपनी अति-अभिमान की ये आदत छोड़ दें, तो बेहतर होगा।
2. बड़बोले न बनें
उस इंसान को सभी पसंद करते हैं, जो हर मुद्दे पर अपनी बात बड़े ही सटीक तरीके से और कम शब्दों में रखता है। इसलिए ध्यान रखें कि फालतू का या जरुरत से ज्यादा न बोलें। क्योंकि कई बार ताव-ताव में अधिक बोलने के दौरान आप वो बातें भी बोल देते हैं, जो किसी दूसरे को चुभ सकती हैं। ऐसी आदत का गलत असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है।
3. क्रोध है बैरी
क्रोध को आपका सबसे बड़ा दुश्मन माना गया है। हालाँकि, कोई बात पसंद न आने पर आपको गुस्सा आना स्वाभाविक सी बात है, परन्तु हर बात पर क्रोध करने की आदत इंसान को जीवन में बड़ा दुख देती है। उसका हर प्रियजन उससे दूर होने लगता है। साथ ही विदुर ने कहा है कि गुस्सा इंसान की सेहत को भी बहुत नुकसान पहुंचाता है।
4. समर्पण की भावना रखें
विदुर-नीति के अनुसार अपने जीवन में खुश रहने के लिए मनुष्य के भीतर समर्पण और त्याग की भावना होना जरुरी है। वरना मनुष्य कई दुखों का सामना कर सकता है।
5. किसी को कभी धोखा न दें
जो लोग आपकी हर बात पर भरोसा करते हैं और आपके प्रिय हैं, उन्हें कभी भी धोखा नहीं देना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना पाप के श्रेणी में आता है। साथ ही धोखाधड़ी के कारण व्यक्ति की उम्र भी कम हो जाती है।
6. लालच बुरी बला
लालच को एक बुरी बला बताया गया है। इस आदत से कभी भी सुखी नहीं रहा जा सकता। क्योंकि लालची लोग हमेशा कुछ न कुछ ज्यादा पाने की चाह रखते हैं, जो कई बार उनसे गलत काम भी करा सकती है। और फिर उन्हें दंड का हक़दार बनना पड़ता है। इसलिए आज ही अपने लालचीपन की इस आदत को त्याग दें।