बताया जाता है इस दौरान यानि शनिवार को सूर्यास्त के बाद चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और नेप्च्यून-यूरेनस दिखाई देंगे। इनमें से 6 ग्रह सामान्य आंखों से और नेप्च्यून-यूरेनस को टेलीस्कोप से देखा जा सकेगा।
विज्ञान प्रसारक और नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू का कहना है कि इस समय 360 डिग्री में चक्कर लगाने वाले ये ग्रह पृथ्वी की ठीक सामने रहेंगे, ऐसे में यह एक दु्र्लभ खगोलीय घटना होगी।
इस समय से दिखेंगे ये ग्रह व उपग्रह..
जिसके चलते 8 अगस्त को सूर्यास्त के बाद करीब 7.30 बजे से बृहस्पति यानी गुरु ग्रह दिखने लगेगा। इसके साथ ही शनि ग्रह भी दिखेगा। वहीं इसके बाद रात 9 बजे नेप्च्यून उदय हो जाएगा, जिसे टेलीस्कोप से देखा जा सकेगा। जबकि पृथ्वी का उपग्रह चंद्र रात 10 बजे के बाद दिखने लगेगा। इसके बाद लाल ग्रह मंगल रात 11 बजे से दिखने लगेगा।
फिर मध्यरात्रि 12 बजे यूरेनस भी टेलीस्कोप की मदद से दिखने लगेगा। रात 3 बजे के बाद पूर्व दिशा में उदय होगा सबसे चमकीला ग्रह यानि शुक्र… जबकि रविवार के सूर्योदय से कुछ मिनट पहले करीब 5 बजे सौर परिवार का पहला ग्रह बुध भी दिखने लगेगा।
बहुत कम बनते हैं ये योग
विज्ञान प्रसारक सारिका के मुताबिक सामान्यत: इन सभी ग्रहों को एक साथ एक ही रात में दिखने के योग बहुत कम बनते हैं। क्योंकि, ये ग्रह सूर्य की परिक्रमा अपनी गति से करते हुए कई बार इस स्थिति में होते हैं कि वे दिन के समय आकाश में सूर्य के साथ रहते हैं।
ऐसे में सूर्य की वजह से ही इन्हें देख पाना संभव नहीं होता है। लेकिन, 8 तारीख 2020, शनिवार की रात को नेप्च्यून और यूरेनस के अलावा अन्य सभी ग्रह सामान्य आंखों से भी देखे जा सकेंगे।
टाइमिंग चार्ट : कब कौन सा ग्रह दिखेगा…
: गुरु – शाम 7.30 से अगली सुबह 4 बजे तक
: शनि – 7.30 से अगली सुबह 4.30 बजे तक
: नेप्च्यून – रात 9 बजे से सूर्योदय तक
: चंद्रमा – रात 10 बजे से सूर्यादय तक
: मंगल – रात 11 बजे से सूर्योदय तक
: यूरेनस – रात्रि 12.30 बजे से सूर्योदय तक
: शुक्र – रात 3 बजे से सूर्यादय तक
: बुध – 9 अगस्त की सुबह 5 से सूर्यादय तक
वहीं इससे पहले 20-21 जुलाई 2020 की दरमियानी रात 3 बजकर 44 मिनिट पर शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आए गए थे। जबकि 20 जुलाई को ही शाम को डूबते सूर्य की दूसरी तरफ उगता हुआ शनि दिखाई दिया था।