- घर में जिस आसन पर बिठाकर आपने कन्याओं को भोजन कराया है उस आसन को कन्याओं के जाने के तुरंत बाद ना उठाएं और ना ही उस जगह की सफाई करें। जिस तरह कन्याओं को जिस बर्तन में खाना खिलाया जाता है उन्हें एक-दो घंटे तक नहीं धोया जाता, उसी तरह आसन को भी वहीं रखा रहने दें।
- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कन्याओं को घर में प्रवेश कराने के बाद सीधे की उन्हें भोजन नहीं कराना चाहिए। पहले उनके पांव धोकर और हल्दी, कुमकुम, चावल चढ़ाएं। फिर खीर, पूड़ी, सब्जी, हलवा चना आदि कन्याओं को खाने के लिए दें।
- अगर आप धूम्रपान या मदिरापान करते हैं तो ध्यान रखें कि पूरी नवरात्रि और खासकर कन्या पूजन के दिन तो इन चीजों से बिल्कुल दूर रहना चाहिए। क्योंकि कोई भी नशा करने से आपकी पूजा का उल्टा असर पड़ सकता है और मां भगवती नाराज हो सकती हैं।
- नवरात्रि में कन्याओं को भोजन कराने के बाद उन्हें भेंट स्वरूप 5 तरह की सामग्री देना बहुत शुभ माना जाता है। इन 5 तरह की चीजों में आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ भी शामिल कर सकते हैं।
- महिलाओं को अपने बाल तथा पुरुषों को दाढ़ी-मूंछ कन्या पूजन के बाद ही कटवाने चाहिएं। स्पष्ट कर दें कि पूरी नवरात्रि की बाल या दाढ़ी-मूंछ कटवाना बिल्कुल शुभ नहीं माना जाता है। अगर आपको यह काम करना है तो नवरात्रि के 9 दिन पूरे होने के बाद ही करें।
- नौ कन्याओं के साथ भैरव बाबा के स्वरूप में एक छोटे बालक को भी भोजन कराना बहुत फलदायी माना जाता है। भोजन कराने और उपहार आदि देने के बाद कन्याओं और लांगुर के पैर छूकर ही उन्हें विदा करें। इसे मां दुर्गा जल्दी प्रसन्न होकर आपको मनवांछित फल देती हैं।